आखिरकार झांसी में सिग्नेचर टावर के बिल्डर्स के खिलाफ दर्ज हो ही गये 5 मुकदमे

झांसी। जनपद में यह पहला मामला होगा जिसमें बहुमंजली इमारत में फ्लैट की बुकिंग के नाम पर लाखों रुपये लेने और बाद में फ्लैट नहीं दिए गए और पीड़ितों की शिकायतों पर बिल्डर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। जिले के राजगढ़ स्थित सिग्नेचर टावर के बिल्डर्स के खिलाफ प्रेमनगर थाने में पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। पीड़ित वर्षों से न्याय के लिए भटक रहे थे।

इस मामले में झांसी में ललितपुर रोड निवासी यश चावला ने पुलिस को बताया कि उसने सात साल पहले जानकीपुरम निवासी संदेश चंद्र खर्द, सुभाष खर्द, धीरेंद्र गुप्ता व स्वदेश खर्द को 55 लाख रुपये फ्लैट के लिए दिए थे। अब तक न तो फ्लैट दिया गया और न ही रकम लौटाई गई। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इसी तरह माहौर कॉलोनी निवासी शैलेंद्र कुमार अहिरवार ने संदेश, सुभाष खर्द व धीरेंद्र गुप्ता पर फ्लैट के नाम पर 66 लाख रुपये लेने लहरगिर्द निवासी आशीष कुमार शर्मा ने 73 लाख रुपये लेने के बाद भी बिल्डरों पर फ्लैट न देने, हंसारी निवासी नितिन अंबेडकर ने 46 लाख रुपये लेने तथा सदर बाजार निवासी रोहित अग्रवाल ने 44 लाख रुपये लेकर फ्लैट न देने की तहरीर दी। पुलिस ने सभी मामलों में मुकदमे दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।

गौरतलब है कि सोमवार को भगवती सिग्नेचर वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले पीड़ितों ने परिजनों सहित कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। उन्होंने बताया था कि लगभग दस साल पहले राजगढ़ में भगवती सिग्नेचर टावर के नाम से बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ था, जिसमें कई लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे। फ्लैट बुक कराने के एवज में बिल्डर को करोड़ों रुपये दिए गए थे। बावजूद, अब तक फ्लैट नहीं दिए गए हैं। इसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने बिल्डरों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए।