यात्रियों को बेहतर सुविधाएं व यात्रा अनुभव में निरंतर सुधार एवं तेजी से बढ़ते यातायात को संभालने के लिए क्षमता वृद्धि प्राथमिकता : सतीश कुमार

प्रयागराज। महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे का पदभार मंगलवार को सतीश कुमार ने ग्रहण कर लिया। उन्होंने प्रयागराज पहुंचने पर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक को संबोधित बताया कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना व यात्रा अनुभव में निरंतर सुधार के लिए काम करना और तेजी से बढ़ते यातायात को संभालने के लिए क्षमता वृद्धि हमारी प्राथमिकता रहेगी। बैठक में सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे और तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधक, शाखा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
संक्षिप्त परिचय :  सतीश कुमार एमएनआईटी जयपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक हैं और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपेन विश्वविद्यालय से ऑपरेशन मैनेजमेंट और पीजीसीसीएल (साइबर लॉ) में पीजी डिप्लोमा हासिल किया है। वह भारतीय रेल यांत्रिक इंजीनियरिंग सेवा के 1986 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने अपने रेल सेवा मार्च 1988 में प्रारंभ की। उन्हें भारतीय रेलवे में काम करने का 34 वर्षों का समृद्ध अनुभव है।
उन्होंने पूर्व के मध्य रेलवे के झांसी डिवीजन व बीएलडब्ल्यू (डीजल रेल इंजन कारखाना, वाराणसी), पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर तथा पटियाला लोकोमोटिव वर्क्स में काम किया। उन्होंने 1996 में यूएनडीपी कार्यक्रम के तहत टोटल क्वालिटी प्रबंधन में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। श्री सतीश कुमार ने अपने करियर में कई परियोजनाओं का दायित्व संभाला है। श्री कुमार ने फॉग सेफ डिवाइस में सुधार लाने में विशेष योगदान दिया है। यह डिवाइस कोहरे की अवधि में सुरक्षित ट्रेन संचालन में बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई है।
उन्होंने अप्रैल, 2017 से अप्रैल, 2019 तक उत्तर रेलवे में मंडल रेल प्रबंधक, लखनऊ मंडल के रूप में भी काम किया। डीआरएम/लखनऊ के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान बड़ी संख्या ढांचागत कार्य पूरे किए गए। कुंभ, 2019 के दौरान उनके कार्यों की सभी स्तरों पर सराहना की गई। ये एक बहुत बड़ी चुनौती थी जिसको उनके नेतृत्व में लखनऊ डिवीजन टीम द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया। महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे का पदभार ग्रहण करने से पहले, उन्होंने उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर में वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में काम किया।