झांसी। श्रीरामजानकी मंदिर मेहंदी बाग़ में आयोजित श्रीमदभागवत कथा के चौथे दिन कपिल देवहूति संवाद, भगवान राम का जन्म, कृष्णजन्म कथा का सुंदर वर्णन महंत मदन मोहनदास महाराज के मुखारबिंद से किया गया।
महंत मदन मोहनदास महाराज ने कथा भागवत का वर्णन करते हुए कहा कि सज्जन और दुर्जन में अंतर है, दुर्जन हमेशा सज्जन लोगों का सम्मान करने का बहाना ढूंढते हैं और सज्जन हमेशा दुर्जनों का भी सम्मान करता है। उन्होने कहा कि हरि हर और अपने सद्गुरु की निंदा कभी नहीं सुनना चाहिए नहीं तो अगला जन्म चमगादड़ का मिलता कि। संत और ईश्वर में कोई संदेह नहीं करना चाहिए। महंत श्री ने वर्तमान समय पर प्रवचन करते हुए कहा कि आज मनुष्य 24 घंटे कुसंग के साथ अपना जीवन बिता रहा है। मोबाइल ने लोगों का जीवन स्तर खत्म कर दिया, पहले तो पल दो पल कुसंग किया करते थे, परंतु आज मोबाइल 24 घंटे  कुसंग का कारण बन गया। जिनको हरि नाम लेने की आदत पड़ जाती है  वह भीड़ मैं भी एकांत मैं चला जाता है।
इस अवसर पर कथा पारिक्षित  पुष्पलता गौरीशंकर द्विवेदी, नंदकिशोर भीलवाड़ा, बालमुकुंद तिवारी, अनूप,  अनिल, विजय सोनी, प्रवीण इस, ऊषा नायक, उर्वसी भट्ट, सुसिल शर्मा, बीएस तोमर, राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अरजरिया, महंत प्रेम नारायण दास काकाजी तथा अनिल वाडावान सहित सैकड़ों भक्तगण उपस्थित रहे।