झांसी। बच्ची का अपहरण कर अपहरणकर्ता पुलिस की पहुंच से काफी दूर निकल जाता उसे झांसी रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया गया। साथ ही बच्ची को बरामद कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पकड़ा गया आरोपी बच्ची के पिता के पड़ोसी का रिश्तेदार बताया गया है। पकड़े गये आरोपी से पूछतांछ की जा रही है।

झांसी जिले के टहरौली थानान्तर्गत खिल्लावारी निवासी किसान आसाराम उर्फ अरविंद के घर शुक्रवार की शाम पांच बजे रानीपुर निवासी अशोक कुमार आया और उसने खुद को उसके पड़ोसी सीताराम के साढ़ू का भाई बताया। सीताराम से मिलने के लिए वह आसाराम की छह वर्षीय बेटी अंशिका को अपने साथ लेकर चला गया और फिर नहीं लौटा। इससे परेशान आसाराम ने लड़की व अशोक को काफी खोजा गया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। आनन-फानन में इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी गई। पुलिस ने सूचना को गम्भीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराया। जिस पर पुलिस टीमों कों गठित कर उसकी खोजबीन के लगा दिया गया। रात भर बच्ची की तलाश की जाती रही।

पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि खोजबीन के दौरान लगभग 20 घंटे में शनिवार की दोपहर एक बजे पुलिस को बच्ची वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर दिखाई पड़ी। साथ में अपहरणकर्ता भी था। पुलिस टीम ने आरपीएफ की मदद से झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन से आरोपी को पकड़ कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। पकड़े गये आरोपी को थाने लाया गया। पूछतांछ में केवल इतना ही पता चला कि वह उक्त बच्ची को लेकर दिल्ली जा रहा था। पकड़े गये अपहरणकर्ता से पूछतांछ की जा रही है कि 20 घंटे तक बच्ची को कहां छिपाए रखा। आशंका है कि वह बच्ची को बेचने दिल्ली ले जा रहा था।पिता से मिल कर जहां बच्ची के चेहरे पर मुस्कान लौट आई वहीं पिता की आंखें खुशी से छलछला आईं।