एशिया के सबसे बड़े प्रसिद्ध गढ़हारा यार्ड में बरौनी से मुजफ्फरपुर तक सुरंग खोद कर उड़ाए पुर्जे 

बेगूसराय (बिहार) । बिहार में चोरों की चोरी देखकर पुलिस ही नहीं रेल अधिकारी भी आश्चर्यचकित हैं। चोरों ने चोरी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपना ऐसा दिमाग लगाया जिसमें ऐसी घटनाएं अभी तक बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों में ही देखने को मिलती है। बता दें कि बिहार में चोर एशिया के सबसे बड़े रेलवे यार्ड के रूप में प्रसिद्ध गढ़हारा यार्ड में खड़े ट्रेन के इंजन को ही चुरा कर ले गए। ‌घटना के बाद पुलिस की नींद उड़ गई है। चोरी की घटना मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा में बनी हुई है। सबसे बड़ी बात है कि चोरों ने ट्रेन के इंजन को चुराने के लिए बरौनी से मुजफ्फरपुर तक सुरंग ही खोद डाली।

बिहार में बरौनी के गढ़हारा रेलवे यार्ड के विद्युत लोको शेड परिसर से रेल इंजन चोरी मामले में सुरंग की तस्वीर आई है। हालांकि घटनास्थल तक मीडिया की पहुंच पर रोक लगा दी गई है। इन सबके बीच इंजन पार्ट्स की चोरी का सनसनीखेज खुलासा हुआ। चोरों ने लोकोमोटिव शेड के चारदीवारी के नीचे मिट्टी काटकर सुरंग बना लिया। इसके बाद रेल इंजन की चोरी की गई। इस मामले में 7 नवंबर को चारदीवारी के नीचे से चोरी कर निकलने के दौरान एक चोर को आरपीएफ ने रंगे हाथ पकड़ा था। जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है।

पुलिस ने मुजफ्फरपुर में एक कबाड़ की दुकान से बरामद किए गए बैग में ट्रेन के इंजन के पुर्जे भरे पाए थे। इस मामले में हैरान करने वाली बात यह थी कि जहां ट्रेन के इंजन को मरम्मत के लिए लाया गया था वहां के यार्ड के पास एक सुरंग मिली जो बरौनी स्टेशन से मुजफ्फरपुर तक बनाई गई है। इसी सुरंग के माध्यम से चोर आते थे और इंजन के पुर्जों को चुरा लेते थे और उन्हें बोरियों में भरकर ले जाते थे। इसका पता भी किसी को नहीं चल सका। पुर्जों को चुराते-चुराते चोरों ने पूरा का पूरा इंजन गायब कर दिया।

बिहार पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। हिरासत में लिए गए चोरों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने मुजफ्फरपुर की प्रभात कॉलोनी स्थित एक कबाड़ के गोदाम में छापा मारकर इंजन के पुर्जों की 13 बोरियां बरामद किया है। रेलवे अधिकारी इस बारे में जानते भी नहीं थे। आरपीएफ ने 7 नवंबर 2022 को रेल इंजन पार्ट्स चोरी का मामला दर्ज कराया था। हालांकि अब तक चोरी कितने की हुई है, इसका आकलन चल रहा है।

सुरंग खोदकर रेल इंजन की चोरी
रेल इंजन चोरी मामले में कहा जा रहा है कि इंजन के पार्ट्स चोरी हुई है। उसकी कीमत करोड़ों में होगी। जो बाजार में कबाड़ी के यहां बेचे गई उसकी लाखों रुपए होगी। दरअसल, बरौनी गढ़हारा रेलवे यार्ड में विद्युत लोको शेड में डेढ़ साल पहले समस्तीपुर से 16 रेलवे डीजल इंजन बरौनी में रखा गया था। इस बीच चोरों ने चारदीवारी के नीचे मिट्टी काटकर एक छोटा सुरंग बना लिया। चारदीवारी के अंदर दाखिल होकर पार्ट्स का चोरी कर लिया जाता था। 7 नवंबर को आरपीएफ ने मल्हीपुर बिन्द टोली निवासी गुड्डू कुमार निषाद को गिरफ्तार किया। उसके निशानदेही पर मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया, फिर बिहट गांव में कबाड़ी मालिक सन्नी कुमार को आरपीएफ ने अरेस्ट किया। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद मुजफ्फरपुर में बड़ी छापेमारी की गई। जहां एक कबाड़ दुकान से 13 बोरों में रखा इंजन पार्ट्स को बरामद किया गया।
बताया गया है कि बरौनी गढ़हारा रेलवे यार्ड में विद्युत लोको शेड में डेढ़ साल पहले समस्तीपुर से 16 रेलवे डीजल इंजन विद्युत लोको शेड बरौनी में रखा गया था। इस बीच चोरों ने चारदीवारी के नीचे मिट्टी काटकर एक छोटा सुरंग बना लिया।

एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड
एशिया के सबसे बड़े रेलवे यार्ड के रूप में प्रसिद्ध गढ़हारा यार्ड में अत्याधुनिक विद्युत लोको शेड का निर्माण कराया गया था, जो करीब 400 एकड़ में फैला है। इसी चारदीवारी के अंदर रेलवे इंजन को रखा गया था। लेकिन रेल इंजन के पार्ट्स को खोल-खोल कर लगातार चोरी की जाती थी। तमाम सुरक्षा इंतजामों के बीच इसकी भनक रेल विभाग को नहीं लगी। जबकि विद्युत लोको शेड में 100 से ज्यादा कर्मचारी रोजाना काम करने आते-जाते हैं। चारों तरफ बड़ी-बड़ी चारदीवारी के साथ कटीले तारों का घेरा है। इसके बावजूद लंबे समय से रेल इंजन पार्ट्स चोरी किया जाता रहा।

रेलवे अफसरों का बोलने से परहेज
लोकोमोटिव शेड के अंदर काफी दूर तक जंगल है, जिसका लाभ चोरों को मिलता था। इस अत्याधुनिक लोकोमोटिव शेड में डीजल इंजन को मरम्मत के लिए लाया जाता है। डेढ़ साल पहले समस्तीपुर से लाए गए 16 डीजल इंजन को लोकोमोटिव शेड के अंतिम छोर में रखा गया था। चोरों ने उसी साइड से चारदीवारी के नीचे जमीन खोदकर शेड को निशाना बनाया। अंदर दाखिल होकर लगातार चोरी करते रहे। रेलवे का कोई भी अधिकारी या आरपीएफ के अफसर खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं।

रेलवे की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
गढ़हारा आरपीएफ इंस्पेक्टर ने मीडिया को बताया कि 7 नवंबर को मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। अब तक कितने की चोरी हुई है, इसका आकलन नहीं हुआ है। गढ़हारा यार्ड में रेलवे के लोहे के साथ रेल इंजन के कीमती पार्ट्स की चोरी हुई है। वो भी सुरक्षित माने जाने वाले विद्युत लोको शेड के अंदर। ऐसे में रेलवे की सुरक्षा पर बड़ा सवाल है। रेलवे के अधिकारियों ने विद्युत लोको शेड के अंदर मीडिया के दाखिल होने पर रोक लगा दी है।

सूत्रों के अनुसार इससे पहले भी बिहार के पूर्णिया में चोरों ने प्रदर्शनी के लिए रखे गए भाप वाले एक पूरे विंटेज ट्रेन के इंजन को ही चुराकर बेच दिया। पुलिस ने बताया कि इस वारदात में एक रेलवे इंजीनियर भी शामिल था।