अनियमित उर्वरक वितरण पर हुई कार्रवाई, डीएम के अनुरोध पर निजी क्षेत्र व सहकारिता को शीघ्र ही प्राप्त होगी 2 रैक डी०ए०पी० 
झांसी। सहकारी समिति सेमरी के सचिव द्वारा अनियमित उर्वरक वितरण करने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक ने समिति सचिव से वेतन की रिकवरी के आदेश जारी कर दिये गये है। दरअसल शासन तथा जिलाधिकारी झांसी के निर्देश पर वर्तमान में डी०ए०पी० के टॉप-20 क्रेताओं का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, जिसमें स्पष्ट हुआ कि किसान सेवा सहकारी समिति लि० सेमरी के सचिव रोहित यादव द्वारा संजीव कुमार एवं नीलेश कुमार के नाम पॉश मशीन में 29 बोरी डी०ए०पी० खारिज की गयी, जबकि यह डी०ए०पी० दोनों किसानो को न देकर किसी और को वितरित कर दी गयी। जॉच में मामला उजागर होने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता, झांसी ने सहकारी समिति के सचिव के वेतन से 29 बोरी डी०ए०पी० मूल्य तथा 12 प्रतिशत ब्याज कुल 44512.00 रुपये की रिकवरी के आदेश दे दिये गये है।
उर्वरक विक्रेताओं का भौतिक सत्यापन सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता जनपद झांसी द्वारा अवगत कराया गया है कि शासन एवं जिलाधिकारी झांसी के निर्देश पर जनपद के टॉप 20 डी०ए०पी० उर्वरक विक्रेताओं का भौतिक सत्यापन हेतु तहसीलवार अपर जिला सहकारी अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन में जो भी उर्वरक प्रभारी अनियमित वितरण का दोषी पाया जायेगा उस पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही जो भी कास्तकार जोत बही तथा फसलवार संस्तुत मात्रा के आधार पर अनुमन्य मात्रा से अधिक कय किये जाने का दोषी पाया जायेगा, सत्यापन अधिकारियों द्वारा उस पर भी कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सभी किसान भाइयो से अनुरोध है कि खसरा खतौनी के आधार पर फसलवार संस्तुत मात्रा के तहत ही उर्वरक कय करें, ताकि सभी जरुरतमंदों को बिना किसी समस्या के उर्वरक प्राप्त होती रहें।
1800 मै0टन डी०ए०पी० की रैक 2 दिसंबर को : जिले में डी०ए०पी० तथा यूरिया की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है, वर्तमान में पी०सी०एफ० बफर में ही 8000 मै0टन यूरिया उपलब्ध है। जहाँ तक डी०ए०पी० की उपलब्धता का प्रश्न है वर्तमान में प्राइवेट दुकानो में 700 मै0टन डी०ए०पी० वितरण हेतु उपलब्ध है 1800 मै0टन डी०ए०पी० की रैक 2 दिसंबर को जनपद को प्राप्त हो रही है एवं इसके उपरान्त सहकारिता को भी डी०ए०पी० की 01 रैक प्रदान की जायेगी। अतः जनपद के सभी किसान भाइयो को उनकी मांग के अनुरुप डी०ए०पी० उपलब्ध कराने में कोई समस्या नही है। यहाँ यह भी स्पष्ट करना है कि प्राइवेट दुकानों से भी उचित मूल्य एवं सही गुणवत्ता वाली डी०ए०पी० का वितरण किया जा रहा है। अतः किसान भाई निजी दुकानों से भी डी०ए०पी० लेकर अपनी उर्वरक आवश्यकता की समुचित ढंग से पूर्ति कर सकते है।