डेढ़ माह बाद हुआ खुलासा, हत्यारोपी गिरफ्तार, आला कत्ल बरामद 

झांसी। जिले के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में मथुरापुरा में करीब डेढ़ माह पूर्व हुए दोहरे हत्याकांड हथौड़ा व डंडा से सात आरोपियों ने किया था। पुलिस ने सातों आरोपियों को दबोच कर हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा व डंडा बरामद कर लिया है।
यहां पुलिस लाइन में एसएसपी राजेश एस ने मीडिया को बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मथुरापुर में लगभग डेढ़ माह पहले एक खाली प्लाट में खून से लथपथ कुछ लोगों के पड़े होने की सूचना मिली थी जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एक शव बरामद किया था और उस समय मिले दो गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया था। घायलों में से एक की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी जबकि तीसरे का इलाज जारी था। इसके बाद पुलिस लगातार इस हत्याकांड के पीछे के रहस्य को सुलझाने में लगी थी। इसमें घायल के ठीक होने का पुलिस को इंतजार था।
एसएसपी ने बताया कि घटना स्थल का निरीक्षण और मौके से मिले साक्ष्य के आधार पर छानबीन की गई। पुलिस ने मृतक विनोद की पत्नी वंदना की शिकायत पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। जांच के दौरान साफ हुआ कि जमीन की खरीद फरोख्त को लेकर हुए विवाद में मनमुटाव के चलते हथौड़ा और डंडा मारकर हत्या की गई थी। घटना में आरोपियों ने तो तीनों लोगों मरा हुआ समझकर छोड़ दिया था लेकिन उसमें से एक बच गया और पुलिस को पूरी जानकारी दी गई। इस घटना में एक आरोपी विनोद श्रीवास निवासी हसारी को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन बाकी आरोपी फरार थे।

एसएसपी ने बताया कि देर रात प्रेमनगर थाना प्रभारी निरीक्षक संजय शुक्ला और उनकी टीम ने गश्त के दौरान इस घटना में जुड़े जंडेल, पप्पू उर्फ मोहर सिंह, सतीश, सज्जन सिंह उर्फ सचिन, आशीष, सुनील व अरुण समस्त निवासी ग्राम सफा थाना बबीना को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त हथौड़ा और डंडा भी बरामद किया है।

पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार किया। दरअसल, मृतक विनोद का आरोपी भज्जू उर्फ गिरवर से जमीन का 30 लाख रुपए में सौदा हुआ था। 07 अक्टूबर को जमीन की रजिस्ट्री होनी थी लेकिन भज्जू के अन्य भाईयों ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया, जिस कारण रजिस्ट्री रुक गई। रजिस्ट्री न होने पर मृतक मनोज ने आरोपी भज्जू से बयाना का पैसा वापस मांगते हुए गाली गलौज की थी, जिससे नाराज होकर भज्जू ने अपने भाईयों के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया था।पुलिस ने सभी आरोपियों को कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिया। एसएसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।