झांसी। बुधवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में सीनियर व जूनियर छात्रों के बीच हुई जंग के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच विद्यार्थियों को दो महीने के लिए विश्वविद्यालय परिसर और छात्रावास से निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा तीन विद्यार्थियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए है। तीन बाहरी छात्रों के विश्वविद्यालय परिसर में अगले आदेशों तक घुसने पर रोक लगा दिया गया है।

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार विश्वविद्यालय के लार्ड बुद्धा हॉस्टल के छात्र तनुज गंगवार, दुर्गेश चौरसिया, विशाल राजपूत, श्रेष्ठ द्विवेदी और हर्ष पांडेय को विश्वविद्यालय परिसर और छात्रावास से दो महीने के लिए निष्कासित किया गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स सेकंड ईयर के नितेश सिंह व उज्जवल सिंह और कम्प्यूटर साइंस सेकंड ईयर के छात्र अंकित सिंह के खिलाफ जांच के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बाहरी छात्रों पंकज भारद्वाज, अंकित श्रीवास्तव और विजय राणा के विश्वविद्यालय परिसर में अगले आदेशों तक घुसने पर रोक लगा दी गयी है।

गौरतलब है कि इससे पहले विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के लार्ड बुद्धा हॉस्टल में बुधवार शाम को जूनियर छात्रों से मारपीट मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बीटेक छात्रों ने मांग उठाई कि मारपीट करने वाले छात्रों को कालेज से रेस्टीकेट किया जाए। लगभग 30 से ज्यादा सीनियर छात्रों ने लाठी-डंडों से जूनियर छात्रों की पिटाई की थी, जिसमें कई छात्र लहूलुहान हो गए थे। जूनियर छात्रों ने सीनियर पर रैगिंग का आरोप लगाया है जबकि विश्वविद्यालय इसे खेल के विवाद में हुई मारपीट की घटना बता कर मामले में लीपापोती कर रहा है।