विवेचना में शिथिलता व लापरवाही बरत रहे विवेचक

झांसी। रिटायर्ड फौजी ने थाना प्रेमनगर के प्रभारी निरीक्षक/विवेचक पर धोखाधड़ी के मुकदमे में अभियुक्तों की गिरफ्तारी, मुकदमे को तरमीम किये जाने, विवेचना में शिथिलता व लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक से कार्यवाही की मांग की है।
शांति नगर हंसारी निवासी रिटायर्ड फौजी नरेंद्र सिंह पाल ने बताया कि उसने धर्मेन्द्र परिहार, टिंकल परिहार, मनोज पाण्डेय व अंचल अग्निहोत्री के विरुद्ध छल, धोखाधडी, कपट पूर्वक साजिश के तहत 15 लाख रूपये ठगे जाने के आरोप में पुलिस महानिदेशक के आदेश पर विगत 16 नवम्वर 2022 को थाना प्रेमनगर में रिपोर्ट पंजीकृत करायी थी। उसने गढियागाँव में एक एकड़ कृषि भूमि क्रय किये जाने हेतु माह फरवरी 2021 में एक मौखिक अनुबंध मेसर्स नन्दनी धरम एसोसिएट्स के प्रोपराईटर धर्मेन्द्र कुमार परिहार निवासी टोरिया मोहल्ला हंसारी व उसके सदस्यगण से कुल तीस लाख रूपये में किया था, जिसके एवज में उसने धर्मेन्द्र कुमार परिहार व अंचल अग्निहोत्री को 1 लाख 25 हजार रूपये नगद अदा किये थे। इसके बाद कई बार में आनलाइन कुल 15 लाख रुपए धर्मेन्द्र कुमार परिहार व फर्म के सदस्यों को अदा की जा चुकी है, लेकिन धर्मेन्द्र कुमार परिहार द्वारा अपनी फर्म की ओर से इकरारनामा तहरीर करने में हीला बहाना किया जाता रहा । जब मौके पर जाकर पता किया तो उसे यह ज्ञात हुआ कि प्रश्नगत आराजी का विक्रय पत्र निष्पादित हो चुका है, तब उसने धर्मेन्द्र कुमार परिहार से अपने पन्द्रह लाख रुपये की मांग की तो उसने बताया कि रुपये अपने पार्टनर टिंकल परिहार व मनोज पाण्डे के पास जमा कर दिये है, उनसे रुपया ले लो। जब टिंकल परिहार व मनोज पाण्डे से सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा कि मैने आपसे कोई रूपया नहीं लिया है आपने रूपये फर्म के खाते में जमा किये है, इसलिये आप धर्मेन्द्र कुमार परिहार से रूपया वापिस ले। धोखा देने की नीयत से छल पूर्वक एक षडयंत्र के तहत 15 लाख रूपये हड़पे जाने पर धारा – 406, 416, 417, 420 व 120बी के अन्तर्गत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अभियुक्तगण भाजपा विधायक के जान पहचान वाले चिरपरिचित व्यक्ति हैं, इसलिये विवेचक द्वारा उनकी गिरफ्तारी में शिथिलता व लापरवाही की जा रही है।टिंकल परिहार उर्फ विवेक विधायक का प्रतिनिधि है, इसलिये उसके होसले बुलन्द है और वे ऐन-केन प्रकारेण उस पर राजीनामा हेतु लगातार दबाव बनाने का प्रयास कर रहे है। विवेचक द्वारा अभियुक्तगण की गिरफ्तारी में हीला-हवाली व टाला-मटौली की जा रही है। शिकायती पत्र में धर्मेन्द्र परिहार एवं अन्य के खिलाफ धारा-406, 420 को तरमीम किये जाने व अभियुक्तों की गिरफ्तारी का आदेश पारित करने की मांग उप महानिरीक्षक से की गई है।