झांसी। बुधवार की रात जनपद के थाना नवाबाद क्षेत्र अंतर्गत शिवाजी नगर स्थित ससुराल में बुधवार रात युवती ने गृह कलह के चलते फांसी लगाकर जान दे दी। विवाहिता का पति बामौर के सरकारी स्कूल में अध्यापक है जबकि उसका जेठ एसडीएम है और सीतापुर में तैनात है।
उरई के शांति नगर निवासी राजस्व निरीक्षक महेश चंद्र की इकलौती बेटी दीप्ति (30) का विवाह हमीरपुर के कुरारा निवासी आशूू जवालिया के साथ वर्ष 2011 में हुआ था। आशू के बड़े भाई सीतापुर में एसडीएम पद पर तैनात हैं। आशू बामौर स्थित एक सरकारी स्कूल में अध्यापक है। वह कुछ सालों से पत्नी एवं दो बेटियों अन्नया (8) एवं रेशी (5) को लेकर शिवाजी नगर में रह रहा था। बुधवार शाम स्कूल से वह घर लौटा। खाना खाकर बेटियों के साथ अपने कमरे में था। रात करीब 9.30 बजे दीप्ति दूसरे कमरे में चली गई। थोड़ी देर बाद बड़ी बेटी कमरे में गई तो वहां दीप्ति फंदे पर लटकी थी।
घटना की सूचना पुलिस को दी गई। गुरुवार शाम पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।मायके पक्ष के लोग भी सुबह झांसी पहुंच गए। मृतका के पिता महेश चंद का आरोप है कि ससुराल वाले दीप्ति को परेशान करते थे। अक्सर इसकी दीप्ति शिकायत करती थी। महेश का कहना है दामाद के माता-पिता एक साल से अपने बड़े बेटे के पास रहते हैं। घर में इस वजह से भी विवाद होता था। वहीं, दीप्ति पुत्र न होने की वजह से भी परेशान रहती थी। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के बाद उसके पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।












