जयंती पर उपन्यास सम्राट वृंदावन लाल वर्मा को याद किया 
झांसी। पदम भूषण वृंदावन लाल वर्मा स्मृति ट्रस्ट के तत्वावधान में किला मार्ग स्थित वृंदावनलाल वर्मा पार्क में आयोजित उपन्यास सम्राट डॉ वर्मा की 135वी जयंती समारोह के मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ उपन्यास सम्राट की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। अध्यक्षता वर्मा जी के पौत्र लक्ष्मीकांत वर्मा ने की। अतिथियों का स्वागत स्मृति ट्रस्ट के सचिव इंजी. मधुर वर्मा, ट्रस्टी सुदर्शन शिवहरे, मीना वर्मा, श्वेता वर्मा, बृजेंद्र यादव, मनमोहन मनु ने किया।

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा, व्यापारी नेता संजय पटवारी, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो मुन्ना तिवारी, मेयर रामतीर्थ सिंघल, बांके बिहारी श्रीवास्तव उपस्थित रहे। पूर्व आईएएस पीके अग्रवाल, कुंज बिहारी गुप्ता, मोहन नेपाली, के हिंगवासिया, राम प्रकाश अग्रवाल आदि वक्ताओं ने कहा कि वर्मा जी की कर्मस्थली श्यामसी मध्य प्रदेश को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए जिससे वहां संग्रहालय, पुस्तकालय व अन्य साहित्यिक गतिविधियां विकसित हो सके। बताया गया कि वर्मा जी ने झांसी में जिला सहकारी बैंक की स्थापना कराकर सहकारिता क्षेत्र की शुरुआत कराई। गढ़कुंडार, झांसी की रानी, मृगनैयनी, बिराटा की पद्मिनी, टूटे कांटे जैसी श्रेष्ठ कृतियां से झांसी को अमर कर दिया। कला, साहित्य, संस्कृति के संरक्षण डॉ वर्मा जी के सम्मान में भारत सरकार ने डाक टिकट निकाला। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के सह सचिव डॉ मनमोहन मनु व डॉ नीति शास्त्री ने किया।