झांसी। आधुनिकता के दौर में जहां दिखावे की होड़ में परिवार शादी में जमकर फिजूलखर्ची करते हैं वहीं रेलवे से सेवा निवृत्त ट्रेन मैनेजर (गार्ड) सीपरी बाजार रस बहार कालोनी निवासी चन्द्र कांत चतुर्वेदी ने गायत्री मंदिर में अपनी बेटी निशी का विवाह वैदिक संस्कृति, रीति रिवाज अनुसार सादगी से करके एक संदेश दिया है।

श्री चतुर्वेदी ने बताया कि लोग अपनी वैदिक संस्कृति, परम्पराओं एवं रीति रिवाजों को भूलकर आधुनिकता की दौड़ में शामिल हो रहे हैं जो कि गलत है, हमें अपनी वैदिक संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए, इसी लिए साधन सम्पन्न होते हुए भी उन्होंने अपनी बेटी निशी का विवाह परम्परागत वैदिक रीति रिवाजों से आतियां सरोवर के निकट श्री गायत्री मंदिर में शिवम् पांडेय के साथ सम्पन्न कराया है। मां गायत्री के दरबार में अपनी बेटी के खुशहाल जीवन एवं सुख समृद्धि की कामना करते हुए फिजूलखर्ची पर भी अंकुश लगाने का प्रयास किया गया है।

गायत्री मंदिर में कार्यक्रम में शामिल परिवारों, इष्ट मित्रों ने निशी-शिवम को आशीर्वाद दिया वहीं श्री चतुर्वेदी के इस प्रेरणादायक प्रयास की खुले दिल से सराहना की।