झांसी। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा श्रीरामचरित मानस पर की गयी विवादित टिप्पणी के विरोध में राष्ट्रभक्त संगठन द्वारा एफआईआर दर्ज कराने हेतु नवाबाद थाना पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया गया। संगठन के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विरूद्व सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।

सोमवार को राष्ट्रभक्त संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष अंचल अडजरिया ने नवाबाद थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए बताया कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीरामचरित मानस, जिसमें प्रभु श्रीराम के चरित्र का वर्णन है और जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सम्पूर्ण विश्व के आराध्य हैं ऐसे ग्रन्थ को फर्जी च वकवास बताया है। अंचल ने कहा कि श्रीरामचरित मानस सम्पूर्ण विश्व में घर-घर में पाया जाता है व प्रत्येक घर में इसका वाचन होता है। सम्पूर्ण रामचरित मानस को गलत बताकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिन्दू जनमानस की भावनायें भड़काने का कार्य किया है। ऐसा लगता है कि समाजवादी पार्टी को हिन्दूओं के वोट की आवश्यकता नहीं है। सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव इनको पार्टी निष्कासित करें। जहां रामचरित मानस में निषादराज गोहे के भगवान श्रीराम ने राजा निषादराज कहकर सम्बोधित किया है, शबरी के झूठे बेर खाये है। जिसका वर्णन रामचरित मानस में हैं, निषादराज पिछड़े व शबरी अनुसूचित श्रेणी की थी और स्वानीप्रसाद मौर्य कहे रहे है कि रामचरित मानस पिछड़े व दलितों के विरूद्ध है। संगठन ने विवादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विरूद्व एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।