शराब की पेटियां छीनीं, सिपाही जान बचा कर भागा 

झांसी। शिक्षक विधायक (एमएलसी) चुनाव के मतदान के मद्देनजर 48 घंटे के लिए बंद की गई शराब की दुकानों के बावजूद चिरगांव में एक लाइसेंसी दुकान पर देशी शराब बेचने की सूचना पर पहुंची पुलिस को लाइसेंसी के परिजनों ने घेर कर विरोध किया। हालत बिगड़ते देख दरोगा को छोड़ सिपाही मौके से भाग निकला। इस पर दरोगा पर भीड़ ने हमला उससे शराब की वह पेटियां भी छीन ली गईं जो मौके से जब्त की गईं थीं। चिरगांव थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

शिक्षक एमएलसी चुनाव के मद्देनजर प्रशासन ने शनिवार की शाम चार बजे से जनपद में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। दुकानें सोमवार को मतदान की समाप्ति के बाद ही खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान चिरगांव पुलिस को सूचना मिली कि कस्बे में कमलेश साहू के घर से शराब की बिक्री की जा रही है। दरअसल, चिरगांव के मुहल्ला जुगयाना निवासी कमलेश साहू की पत्नी मीरा के नाम से कस्बे में देशी शराब की दुकान है।

इस सूचना पर चिरगांव थाने में तैनात उप निरीक्षक राजीव कांत सादा लिबास में एक सिपाही के साथ कमलेश साहू के घर पहुंच गए। घर से उन्होंने शराब की पेटियां बरामद कर लीं, जिन्हें लेकर दोनों थाने आने लगे। पुलिस की इस कार्रवाई से शराब कारोबारी के परिजन भड़क गए और उन्होंने दरोगा व सिपाही को घेर कर धक्कामुक्की कर शराब की पेटियां छुड़ाने का प्रयास किया।

हालात विपरीत देख सिपाही मौके से भाग निकला जबकि, दरोगा के साथ कारोबारी के परिजनों ने मारपीट कर दी। इतना ही नहीं, बरामद की गईं शराब की पेटियां भी छीन लीं। घटना की सूचना पाकर थाने से फोर्स मौके पर पहुंच गया, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।इस मामले में हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना में आठ लोगों को नामजद किया गया है जबकि, तीन-चार अज्ञात में भी है।