परामर्शदात्री एजेंसी के डायरेक्टर ने रेल अफसरों के साथ स्टेशन व परिसर का जायजा लिया, डिजाइन पर विचार विमर्श 

झांसी। अमृत भारत स्टेशन के तहत उमरे के ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की शुरूआत होने के बाद वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के उच्चीकरण/ पुनर्विकास की कवायद शुरू हो गई है। पुनर्विकास हेतु चयनित परामर्शदात्री एजेंसी (ARINEM) के डायरेक्टर अनुपम ने सोमवार को झांसी रेलवे अफसरों के साथ वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन व परिसर सहित पुनर्विकास के दायरे में आने वाले संबंधित क्षेत्रों का जायजा लिया है ताकि प्रस्तावित योजना के अनुसार प्लान तैयार किया जा सके। गौरतलब है कि संबंधित कंपनी द्वारा माह अप्रैल / मई 2023 तक वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन का नया डिजाईन प्रस्तुत किया जाना है।

भविष्य की आवश्यकताओं अनुसार संभावित बदलाव

– स्टेशन की दूसरी एंट्री के लिए सिटी प्लानर के अनुसार दूसरी एंट्री और सर्कुलेटिंग एरिया का विकास |

– पार्सल (चरणों में) वेटिंग हॉल, प्लेटफार्म, रिटायरिंग रूम, कार्यालयों में फर्नीचर।

– बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिव्यांगजन सुविधाएं |

– एलईडी आधारित स्टेशन नाम बोर्ड तथा फसाड लाइटिंग |

– महिलाओं, दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त शौचालय |

– नई सुविधाओं के निर्माण के लिए भविष्य में नए भवन की आवश्यकता |

– भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर रूफ प्लाजा |

– दूरसंचार विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार वाई-फाई का प्रावधान।

इसके अलावा वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर यात्रियों के लिए आगमन प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था होगी। इस स्टेशन को खास बात यह रहेगी कि स्टेशन पर एक्सप्रेस गेट व प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर लगाए जाएंगे। खान-पान वॉशरम पीने का पानी एटीएम इंटरनेट आदि शामिल पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जाएगा।

इस दौरान एडीआरएम (परिचालन) आर डी मौर्या, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ला, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंध (प्रथम) शशिकांत त्रिपाठी, स्टेशन डायरेक्टर नीरज भटनागर आदि मौजूद रहे। इन अफसरों ने वीरांगन लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन के बाहर कार्यालय, जीआरपी थाना, जीआरपी थाने के बगल में लगे रेलवे पुल, पाल कार्यालय प्लेटफार्म नंबर 1/7 व 6/8 का भी जायजा लिया। इसके बाद डायरेक्टर ने रेलवे अफसरों से संबंधित महत्वपूर्ण प्लान/डिजाइन पर विचार विमर्श भी किया।