जनहित में पाथवे में लगाया गया कोटा स्टोन शीघ्र हटवाया जाए

 

झांसी। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त को पत्र सौपते हुए कहा कि नगर निगम/झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा महारानी लक्ष्मी बाई के किले के झण्डा बुर्ज के नीचे किले की चादर दीवारी से सटा हुआ पार्क बनवाया जा रहा है।
उक्त पार्क भारतीय पुरातत्व एक्ट 1958 संशोधित 2010 के प्रावधान के विपरीत बनाया जा रहा है। नगर निगम/ झाँसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड लिमिटेड ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली से किसी भी तरह के पक्के निर्माण (गेट) या पाथवे पर कोटा स्टोन लगाने की अनुमति नही ली है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एक्ट 1958 संशोधित 2010 का उल्लंघन कर बिना उचित अनुमति लिए किसी भी तरह का निर्माण कार्य किया गया वो अपराध की श्रेणी में आएगा जिसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई जानी चाहिए।
पाथवे पर लगाये गए कोटा स्टोन से फिसल कर जो भी गिरेगा। और अगर वो चोटिल होगा तो बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध स्वयं प्राथमिकी दर्ज करवाएगा।
पत्र में कहा गया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एक्ट के विरुद्ध किये जा रहे निर्माण कार्य को रुकवाने के साथ पाथवे पर लगाये गए कोटा स्टोन को हटा कर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। इस दौरान सवाल किया गया कि लाखों रु. बर्बाद हो जायेंगे पाथवे से कोटा स्टोन हटाने में। इसकी भरपाई किन अधिकारियों से की जाएगी। इस पर मण्डल आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को पाथवे से कोटा स्टोन हटवाने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, कुँवर बहादुर आदिम, हनीफ खान, प्रदीप झा, नरेश वर्मा आदि शामिल रहे।