झांसी। समाजवादी पार्टी के नव नियुक्त झांसी जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह भोजला ने कहा कि पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें बड़ी जिम्मेेदारी सौंपी है। जिसे निभाने के लिए वह हर सम्भव प्रयास करेंगे। जल्द ही पार्टी की सभी इकाइयों के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा। कार्यकारणी मे सभी वर्गों, धर्मों और जातियों को बराबर स्थान दिया जायेगा। साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए भी जिम्मेदारी निभायेंगे।

उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लोगों को निशाना बनाकर वर्तमान सत्ता द्वारा फर्जी मुकदमे लाद कर जेल भेजा जा रहा है, फर्जी मुकदमों के खिलाफ आवाज न केवल बुलंद की जाएगी, बल्कि निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने तक संघर्ष किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के अंदर जो हालात है वह किसी से नहीं छिपे हैं। नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहे हैं। वह बेरोजगारी के कारण परेशान हैं। वह और उनकी पार्टी के द्वारा नौजवानों को रोजगार दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। इसके लिए फिर चाहे उन्हें कोई भी संघर्ष ही क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में जमींदारी उन्मूलन अधिनियम को लेकर नए कानून का प्रावधान किया है। जिसका समाजवादी पार्टी और वह विरोध करते हैं। यदि यह कानून लागू हो गया तो उत्तर प्रदेश के सम्पूर्ण दलित समाज की जमीनें दबंगों द्वारा छीन ली जायेंगी। यहां तक कि उनके खेतों पर भी कब्जा हो जायेगा। समाजवादी पार्टी ऐसे कानून के खिलाफ रणनीति बनाकर आंदोलन करेगी।

उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से समाजवादी पार्टी जातीय आधार पर जनगणना की मांग करती चली आ रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा सरकार जानबूझकर इस मुद्दे पर कोई भी कदम नहीं उठा रही है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को डर है कि यदि जातीय जनगणना हो गई तो उनका वोट बैंक सरक जाएगा। जब तक जातीय जनगणना नहीं होती, तब तक समाजवाद की स्थापना तथा कल्पना करना बेमानी है। इस मुद्दे को लेकर भी समाजवादी पार्टी लगातार अपनी आवाज को बुलंद रखे रहेगी । इस दौरान पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर सिंह, अजय सूद, संत सिंह सेरसा, बीरेंद्र सिंह यादव, अस्फान सिद्दीकी, सतीश जताया, अरविंद वशिष्ठ आदि सपा नेता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।