झांसी में भारी भीड़ के बीच दोनों शवों को परिजनों के साथ रवाना किया गया 

झांसी । झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्रांतर्गत पारीछ  बांध के पास यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गये माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी शूटर गुलाम के शवों को लेने के लिए आज देर शाम आखिरकार दोनों के ही परिजन पहुंच गये और इसी के साथ उनको झांसी या प्रयागराज में दफनाये जाने को लेकर चल रही सभी तरह की अटकलबाजियों पर पूर्ण विराम लग गया।

असद और गुलाम के शव परिजनों को झांसी में नहीं सौंपे गये। पुलिस अपनी निगरानी में इनके शव प्रयागराज लेकर गयी, जहां पुलिस की निगरानी में ही इन्हें सुपुर्दे-खाक किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि एनकाउंटर में मारे गए असद का शव उसके दादा की कब्र के पास दफनाया जाएगा। असद के शव को झांसी से लाने के बाद पुश्तैनी घर पर रखा जाएगा। इसके बाद 120 फीट रोड स्थित कसारी मसारी काब्रिस्तान में दादा की क्रब के पास उसे दफनाया जाएगा। उमेश पाल हत्याकांड में घर के लोगों के वांछित होने के कारण नाना और मौसा ही कब्रिस्तान में उसके शव को सुपुर्दे खाक की रस्म को पूरा कराएंगे।

दरअसल असद के शव को लेने के लिए उसके फूफा डॉ़ अहमद दो वकीलों के साथ झांसी आये थे। इसके बाद पुलिस द्वारा शव को परिजनों को सौंपे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इस बीच देर शाम शूटर गुलाम की पत्नी का भाई नूर आलम और पत्नी के ही दूर का रिश्तेदार मोहम्मद रेहान भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गये। इस पर पुलिस ने राहत की सांस ली।
दोनों ही परिवारों के लोगों को मृतकों के शव सौंपे जाने को लेकर कागजी कार्रवाई की जाती रही। इस दौरान असद का शव लेने आये वकील हरीश पांडे ने बताया कि यहां उच्चाधिकारियों से बात हो चुकी है और वह जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा कर जल्द ही शव लेकर जायेंगे।
रात में ही दोनों शवों को वाहन से सड़क मार्ग से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रयागराज के लिए रवाना कर दिया गया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज में बड़ी संख्या में पुलिस बल व नागरिक उपस्थित रहे।