रेलवे बोर्ड ने लोको पायलट की ड्यूटी टाइमिंग में किया संशोधन, 9 घण्टे ही काम करेंगे 

Jhansi. रेलवे बोर्ड ने बिलासपुर में हुए रेल हादसे में दो मालगाड़ियों की टक्कर के बाद बड़ा कदम उठाते हुए लोको पायलट की ड्यूटी टाइमिंग में संशोधन किया गया है। बोर्ड की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि लोको पायलट से लगातार नौ घंटे से अधिक ड्यूटी न कराई जाए। विशेष परिस्थितियों में ही उनसे 11 घंटे काम लिया जाए। इसके लिए भी लोको पायलट की सहमति लेना जरूरी कर दिया गया है।

गौरतलब है कि बिलासपुर में दो मालगाड़ियां आपस में भीषण टक्कर से मौके पर एक लोको पायलट की मौत हो गई थी। इस घटना की पड़ताल में सामने आया था कि लोको पायलट 14 घंटे से अधिक समय तक ड्यूटी पर था। जिससे वह बुरी तरह से थका हुआ था। इसे हादसे की बड़ी वजह माना गया था। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोमवार को रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक विद्युत अभियांत्रिकी (चल स्टाफ) किशोर वैभव की ओर से लोको पायलट की ड्यूटी टाइमिंग में संशोधन संबंधी सर्कुलर जारी किया।

इस सर्कुलर के तहत रेल महाप्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि रनिंग स्टाफ से नौ घंटे से अधिक लगातार ड्यूटी न कराई जाए। विशेष परिस्थितियों में उनसे नौ घंटे के अलावा दो घंटे और काम लिया जा सकता है। लेकिन इसके लिए रनिंग स्टाफ की सहमति लेना जरूरी होगा।गौरतलब है कि मालगाड़ी के रनिंग स्टाफ को 14-15 घंटे तक भी लगातार ड्यूटी करनी पड़ जाती है। रेल कर्मचारी लंबे समय से इस व्यवस्था के विरोध में थे। लेकिन, अब जाकर रेलवे बोर्ड की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। इससे लोको पायलट व सहायक लोको पायलट को राहत मिलेगी।