उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने प्रधान मुख्य इन्जीनियर को दिया ज्ञापन, शीघ्र बदलेगी मूर्ति 

प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के कैम्पस में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की दीपशिखा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति के खण्डित होने पर उत्तर मध्य रेल कर्मचारी संघ ने आक्रोश व्यक्त किया और प्रधान मुख्य इन्जीनियर को ज्ञापन देकर खण्डित प्रतिमा बदलवाने की मांग की है।
संघ के स. महामंत्री रूपम पाण्डेय ने बताया कि उत्तर मध्य रेल मुख्यालय परिसर में स्थित वीरांगना लक्ष्मीबाई की तलवार भांजते अश्वारोही मूर्ति कई महीनों से खण्डित है, परन्तु किसी ने भी अभी तक इसे बनवाने का प्रयास नही किया। उन्होंने बताया कि वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का देश की स्वतंत्रता मे बहुत बङा योग दान रहा है, समाज मे उनके प्रति लोगो का बहुत ही आदर और सत्कार है, उन्हे हम सभी सत् सत् नमन करते हैं। स्वतंत्रता की ऐसी महान नायिका और स्वतंत्रा सेनानी की मूर्ति खण्डित है, इसकी किसी ने सुध नही लिया। जबकि बीते कुछ समय पूर्व मे ही भारत सरकार ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के सम्मान में उत्तर मध्य रेलवे के अन्तर्गत झाँसी स्टेशन का नाम बदलकर वीरागंना रानी लक्ष्मीबाई झांसी किया हैं।

उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने मंगलवार को प्रधान मुख्य इन्जीनियर / उत्तर मध्य रेलवे को शीघ्र अतिशीघ्र मूर्ति पुनर्निर्माण के लिये ज्ञापन दिया। इनके सम्मान मे
उद्घोष के साथ नारे लगाये गये। मुख्य इन्जीनियर ने जल्द से जल्द वीरांगना की मूर्ति बनवाने का पूर्ण आश्वासन दिया।
ज्ञापन देते समय प्रयागराज एवं मुख्यालय मण्डलों के सभी शाखाओं के पदाधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे। इसमें प्रमुख रूप से- केन्द्रीय का. अध्यक्ष श्री ए. के. राय, केन्द्रीय उपाध्यक्ष श्री बृजेश चौहान, मण्डल अध्यक्ष अजय सिंह, मण्डल संगठन मंत्री सभाजीत चौबे, शाखा अध्यक्ष राजकुमार दास वअमरेन्द्र तिवारी, शाखा मंत्री लाला रंजय कुमार अंबष्टा, आशीष कुमार मिश्र, अंकितेश पाण्डेय, निरंजन कुमार सिंह, राकेश मीना, ओम शुक्ला, नरेश, धर्मेंद्र सिंह, आजाद कुमार शर्मा आदि कर्मचारी, कार्यकर्ता तथा पदाधिकारी उपस्थित रहें।