सुरक्षा व्यवस्था कठघरे में, लाश पूरी रात प्लेटफार्म पर पड़ी रही

झांसी। डीआरएम कार्यालय की कैंटीन में वेंडर का शव वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर शव मिला है। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।

बताया गया है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 5 पर लगभग 50 वर्षीय व्यक्ति का शव पड़ा देखा गया। सूचना मिलने पर आरपीएफ व जीआरपी मौके पर पहुंची और शिनाख्त का प्रयास किया। मृतक की शिनाख्त 50 वर्षीय नारायणदास निवासी भांडेरी गेट अंदर कोतवाली झांसी के रुप में हुई। शिनाख्त करते हुए परिजनों ने बताया कि नारायणदास डीआरएम आफिस की कैंटीन में वेंडर के पद पर कार्यरत था। एक दिन पहले वह बिना बताए हुए घर से निकल गया था। इसके बाद लौटकर घर नहीं आया। अभी खोजबीन ही चल रही थी कि तभी उन्हें पता चला कि उनकी लाश रेलवे स्टेशन पर पड़ी हुई है।

इधर, डीआरएम कार्यालय कैंटीन के स्टाफ ने बताया कि मृतक नारायण दास 12-13 दिनों से ड्यूटी पर अनुपस्थित चल रहा था। वह विगत दिवस ड्यूटी पर आने के लिए रेलवे अस्पताल से फिट सर्टिफिकेट लेने गया था। वह काफी क़र्ज़ होने से परेशान था। इसी के कारण वह अनियमित ड्यूटी करता था। फिलहाल नारायण की मौत के कारण की जांच हेतु शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है।

पूरी रात प्लेटफार्म पर पड़ी रही लाश
इस प्रकरण का गंभीर पहलू यह है कि रेल कर्मचारी की लाश रात भर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर पड़ी रही, लेकिन यात्री उसे सोता हुआ समझते रहे। रविवार सुबह सफाई कर्मचारियों ने उसे उठाने की कोशिश की, तब जाकर कर्मचारी की मौत की जानकारी हुई। इससे स्टेशन व प्लेटफार्म की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है। गौरतलब है कि प्लेटफार्म नंबर पांच पर हमेशा की तरह शनिवार रात के समय ट्रेनों का ठहराव हुआ और प्लेटफार्म पर ट्रेनों से यात्री उतरते व चढ़ते रहे, सुरक्षा व्यवस्था के लिए जीआरपी व आरपीएफ की ड्यूटी रही, वेंडर्स इधर उधर खानपान सामग्री बेचते रहे पर लाश की ओर किसी ने नहीं देखा।  इससे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन सवाल खड़े हो रहे हैं।