“मृत्यु का दंड” उपन्यास में छुपे मौत के राज

झांसी। मध्य प्रदेश के लेखपाल ने झांसी जिले में बरुआसागर झरना तालाब में छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली। तालाब में छलांग लगाने से पहले लेखपाल ने सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट छोड़ कर इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही सम्बधित पुलिस ने झरना तालाब पहुंच कर उसकी खोजबीन की। गोताखोरों की मदद से घंटो मशक्कत के बाद शव को खोज निकाला।

मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र निवासी शिवम श्रीवास्तव विजावर में लेखपाल के पद पर कार्यरत थे। झांसी के बरुआसागर थाना पुलिस को सूचना मिली कि शिवम श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर सुसाइड नोट वायरल किया है। जिसकी लोकेशन बरुआसागर के तालाब झरना के पास ट्रेस हुई है। बरुआसागर थाना पुलिस ने इसे गम्भीरता से लिया और झरना तालाब पहुंचकर खोजबीन की। खोजबीन के दौरान तालाब के पास शिवम का बैग, मोबाइल फोन, 4 से 5 पेज का एक और सुसाइड नोट मिला।

सूचना मिलने पर लेखपाल के परिजन भी तालाब पर पहुंच गए। बरुआसागर थाना पुलिस ने मंगलवार को सुबह 5 बजे गोताखोरों की मदद से शिवम की तालाब में खोजबीन करवाई। कई घंटे मशक्कत के बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उक्त लेखपाल के शव को तालाब से बाहर निकलवाने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।

.सोशल मीडिया पर लिखा अलविदा : शुभम ने सोमवार रात लगभग 11बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अलविदा लिखकर पोस्ट किया था। इसके बाद उसने अपने ऑफिशियल वाट्सएप ग्रुप पर भी इसी तरह की पोस्ट की। ग्रुप में जुड़े लोगों ने पोस्ट के जवाब में उसको समझाते हुए कई सुझाव भी लिखे। इसी तरह की पोस्ट उसने अपने चाचा को भी भेजी तो सभी चिंतित हो गए। परिजनों ने शुभम को फोन किया तो उसने बताया कि वह आज बिजावर में ही रुकेगा। सोमवार रात एमपी पुलिस ने झांसी पुलिस को शुभम की आखिरी लोकेशन बरुआसागर बताई।

पहेली है सुसाइड नोट की भाषा : सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण आध्यात्मिक भाषा में लिखा है। नोट में एक जगह लिखा है कि वह अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करना चाहता था। मृत्यु के बाद उसकी अस्थियां सरयू नदी में विसर्जित कर दी जाए। उसने किसी को दोषी नहीं ठहराया है। हालांकि सुसाइड नोट में कई ऐसी बातें हैं जिसे परिजन व पुलिस भी नहीं समझ पा रही है।

“मृत्यु का दंड” उपन्यास में छुपे मौत के राज : मृतक के चाचा ने मीडिया को बताया कि शुभम पिछले दस दिनों से सुसाइड नोट का एक पन्ना रोज लिख रहा था. उसके सुसाइड नोट में हर पेज पर हर दिन की तारीख लिखी हुई है। वह पिछले एक माह से ‘मृत्यु का दंड’ नामक उपन्यास अपने पास रखता था। वह उसे पढ़ रहा था। उनका कहना है की शायद पढ़ते-पढ़ते वह मानसिक तनाव में आ गया हो। उन्होंने हत्या की आशंका भी जताई है। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है।