लापरवाही आई सामने, निलम्बित किया, आरपीएफ के कमांडेंट को भी लिखा 

झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 2/3 पर 5 जुलाई की रात अबोध बालिका से छेड़छाड़ के मामले में जांच में लापरवाही सामने आने पर जीआरपी के दो सिपाहियों प्रदीप कुमार व सौरभ सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है जबकि आरपीएफ के एक सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के लिए कमांडेंट को लिखा गया है।
गौरतलब है कि उन्नाव निवासी एक किशोरी अपने छोटे भाई के साथ झांसी आ गई थी। मंगलवार की रात रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2/3 पर फुट ओवरब्रिज के नीचे वह सो रही थी। इसी बीच वहां पहुंचे कबाड़ी जीतू निवासी चित्रा चौराहे के पास ने उसके साथ छेड़छाड़ की जाने लगी। यह देख कर बालिका को  एक युवक ने बचाते हुए जीतू को गलत काम करने से रोका था। इसे लेकर आरोपी और युवक के बीच विवाद और हाथापाई हो गई थी। घटना में आरोपी के हाथ में और बचाने वाले युवक के सिर में चोट आई थी। मौके पर पहुंची जीआरपी के दो सिपाहियों ने बीच बचाव किया था। लेकिन, उन्होंने इस घटना को हल्के में लिया व अधिकारी को नहीं बताया। हालांकि आरपीएफ का सिपाही आरोपी और बचाने वाले युवक को पोस्ट तक ले आया था। लेकिन, बाद में दोनों को छोड़ दिया था। यह मामला दूसरे दिन सोशल मीडिया की सुर्खियां बना और स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जाने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी एसपी मोहम्मद मुस्ताक ने झांसी आकर कमान संभाली।

उन्होंने बालिका का चिकित्सा परीक्षण कराने व टीम बना कर आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके चलते रात तक आरोपी पकड़ लिया गया। मामले की जांच में ड्यूटी पर तैनात जीआरपी के दो व आरपीएफ का एक सिपाही की लापरवाही सामने आई। तीनों सिपाहियों ने अपने अधिकारियों को भी घटना की जानकारी नहीं दी थी जिसके कारण मामले ने सुर्खियां बटोरना शुरू कर दी।

इस लापरवाही पर जीआरपी के एसपी मुहम्मद मुस्ताक ने बृहस्पतिवार को क्राइम मीटिंग के दौरान जीआरपी थाने में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार व सौरभ सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा आरपीएफ सिपाही पर कार्रवाई के लिए कमांडेंट को पत्र भेजा गया है।