झांसी। अंतिम क्षणों में बच्चों से मिलने की इच्छा लेकर झांसी की ओर आ रहे बीमार पिता की यात्रा के दौरान ट्रेन में अचानक तबीयत बिगड़ गई। इससे पहले उसे उपचार मिलता उसकी झांसी पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।

मध्य प्रदेश में सागर जिले के नरवली थानान्तर्गत टीलागांव निवासी लगभग 36 वर्षीय सुरेन्द्र अहिरवार अपनी पत्नी और भाई के साथ दिल्ली में मजदूरी करता था। पत्नी रामवती के अनुसार उसके बच्चे गांव में अपने दादा-दादी के पास रहते है। उसके पति दिल्ली की एक कम्पनी में गार्ड थे। पिछले दिनों अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। दिल्ली में उनका इलाज कराया लेकिन आराम नहीं लग रहा था। बीमार सुरेन्द्र अहिरवार ने अपने बच्चों से मिलने की इच्छा जताई।

इसके कारण सुरेंद्र को लेकर पत्नी और भाई दिल्ली से गोंडवाना एक्सप्रेस से अपने गांव जा रहे थे। ट्रेन अभी झांसी से लगभग 20 किलोमीटर दूर थी तभी अचानक सुरेन्द्र के तबीयत बिगड़ गई। इससे पहले झांसी पहुंचकर उन्हें उपचार दिलाया जाता उनकी मौत हो गई। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उसके शव को ट्रेन से उतारा गया। इसके बाद जीआरपी ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।