झांसी। जिले के टहरौली थाना क्षेत्र में शादी के एक माह बाद विवाहिता ने मानसिक बीमारी के चलते ससुराल में आग लगा ली। मेडिकल कॉलेज में चार दिन तक चले उपचार के बाद बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि विवाहिता ने भूत-प्रेत के चक्कर में खुद को आग के हवाले कर लिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।

जिले में थाना टहरौली क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी शिवानी की शादी 25 जून को भटपुरा गांव के नवल किशोर अहिरवार से हुई थी। परिजनों के मुताबिक, पिछले कई साल से शिवानी की तबीयत खराब रहती थी। कई तांत्रिकों ने शिवानी पर ऊपरी चक्कर बताया। तांत्रिक ने शिवानी की शादी कराने की सलाह दी लेकिन, शादी के बाद भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ।
पति नवल किशोर के मुताबिक, 22 जुलाई की सुबह शिवानी खाना बनाने के बाद बर्तन धो रही थी। उसी दौरान उसने बरामदे के पास खुद पर मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा ली। आग लगने पर वह गली की तरफ दौड़ पड़ी। उसे आग का गोला बना देख पति समेत आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाई। गंभीर हालत में उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। यहां बर्न वार्ड में उसे भर्ती कर लिया गया।
इलाज के दौरान शिवानी ने परिजनों को बताया कि बर्तन धोते समय उसके पास भूतनी आई और उसने उसे आग लगाने को उकसाया। इसके बाद उसने आग लगा ली। उपचार के चार दिन बाद उसने दम तोड़ दिया। बताया गया है कि घटना के दो दिन पहले ही वह मायके से यहां आई थी। मायके पक्ष की ओर से भी कोई तहरीर नहीं दी गई है।