झांसी। जिले में उल्दन थाना क्षेत्र में आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान होकर किसान ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर कार्यवाही शुरू कर दी।

थाना उल्दन क्षेत्र में ग्राम पंचायत राजगीर के बगरौनी जागीर निवासी 29 वर्षीय किसान नीरज पटेल सात बीघा का काश्तकार था और खेती किसानी करके अपना अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उसके ऊपर विधवा मां, पत्नी सहित दो छोटे बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी क्योंकि उसके पिता राजेन्द्र पटेल का 10 वर्ष पूर्व निधन हो गया था। नीरज ने कुछ वर्ष पूर्व स्टेट बैंक रानीपुर से लगभग 183000 रुपये का ऋण लिया था। सरकारी ऋण के अलावा उसके ऊपर लाखों रुपये का साहूकारों का भी कर्ज था।

परिजनों के अनुसार कई वर्षों से वह लम्बे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था क्योंकि फसल उम्मीदों पर पानी फेर रही थी। इधर, आर्थिक तंगी के चलते उसकी सरकारी राशन की दुकान भी बंद हो गयी थी। वहीं दूसरी ओर स्टेट बैंक रानीपुर के द्वारा बार-बार कर्ज वसूली का नोटिस भेजा जा रहा था। बार-बार फोन के माध्यम से कर्ज जमा करने दबाव बैंक बना रहा था।

कई दिनों से कर्ज चुकाने के लिए नीरज बहुत परेशान था। कर्ज चुकता न देख नीरज ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद भेज दिया।सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री से मृतक किसान के परिजनों को पाँच लाख रुपये की आर्थिक मदद व सरकारी ऋण माफ करने और शासन से सरकारी वसूली पर रोक लगाए जाने की मांग की।