झांसी। भाई-बहन के अटूट प्रेम के त्योहार रक्षाबंधन की खुशियों पर एक परिवार में ग्रहण लग गया। जिले में बबीना स्टेशन पर सोमवार को छह बहनों के इकलौते भाई ने शताब्दी एक्सप्रेस के सामने छलांग लगाकर जान दे दी। मृतक ने अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी बात की शुरुआत ‘राखी स्पेशल’ लिखकर की और अपने सीने में दफन दर्द का इजहार किया है।

झांसी के थाना बबीना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी तहसील में मुंशी कैलाश नारायण कुशवाहा के छह बेटियों के बीच एक पुत्र अजय (21) इंटर का छात्र था।परिजनों के अनुसार सोमवार सुबह करीब आठ बजे वह बाजार जाने की बात कहकर घर से निकला और बबीना स्टेशन पहुंच गया और प्लेटफार्म पर चहलकदमी करते हुए गाड़ी आने का इंतजार करने लगा। इसी बीच उसने वहीं बैठकर एक सुसाइड नोट भी लिखा। प्लेटफार्म नंबर एक पर जैसे ही भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस निकली, उसने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। यह देख कर प्लेटफार्म पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलने पर जीआरपी मौके पर पहुंच गई। इधर, लगभग 12 बजे परिजनों को जानकारी हुई कि बबीना रेलवे स्टेशन पर शताब्दी ट्रेन से कट कर एक युवक ने जान दे दी है। वह बबीना रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां उन्होंने शव की अजय कुशवाहा के रुप में शिनाख्त की। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

सुसाइड नोट में लिखा ‘राखी स्पेशल’ जीआरपी को मृतक द्वारा लिखित सुसाइड नोट मिला उसके एक पन्ना पर में लिखा है, और ये जो मैं कर रहा हूं अपनी बहन के लिए कर रहा हूं। मैं कभी किसी को खुशी नहीं दे सकता। पापा ही थे एक जिन्होंने मुझे समझा, बस मुझे दुख इस बात का है कि मैं आपको कभी नहीं समझ पाया और शायद ही कभी समझ पाता। मिस यू पाखी…तेरे मामा हमेशा साथ हैं तेरे। दूसरे पन्ने में लिखा है कि, अंकुश राजपूत के 3000 रुपये हैं जो आप दे देना ये मेरी तरफ से आखिरी टेंशन बस इसके बाद में कभी आपको परेशान नहीं करूंगा।

इंटर की परीक्षा में फेल हो गया था मृतक के भाई मथुरादास के अनुसार अजय कुशवाहा इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल हो गया था। इस बार वह पुनः इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहा था। फेल होने पर वह परेशान न हो इसके लिए परिजनों ने काफी समझाया था।