ग्वालियर (संवाद सूत्र)। ग्वालियर मप्र क्राइम ब्रांच ने चलन से बंद हो चुके एक हजार और 500 के 47 लाख रुपए के नोटों के बंडलों को बाइक पर लादे एक युवक को पकड लिया है। वह नोटों को तांत्रिक के पास लेकर जा रहा था। उसने जिन्न की मदद से इन्हें वर्तमान करेंसी में बदल देने का दावा किया था।

सोमवार सुबह करीब 10 बजं पुलिस को सूचना मिली थी कि मुरैना से काफी मात्रा में कैश ग्वालियर आने वाला है। ग्वालियर पुलिस मुरैना से ग्वालियर-मुरैना हाईवे पर तैनात हो गई। टीम ने ट्रिपल आईटीएम के पास वाहनों की चेकिंग शुरू की। करीब 10.30 बजे एक बाइक सवार मुरैना की ओर से आते दिखा। पुलिस को देख वह वापस लौटने लगा जिसके बाद उसे घेराबंदी कर पकडा गया। उसके पास एक बैग मिला। बैग खोला तो उसमें भारी संख्या में चलन से बाहर हो चुकी करेंसी भरी हुई थी।
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि नोटबंदी के कुछ महीनों बाद कचरे के ढेर में यह बैग मिला था। उस समय तो बैग लेकर घर चला गया। डर के मारे नोट बाहर नहीं निकाले। उसने कुछ परिचिजों को भी इसकी जानकारी दी। एक परिचित ने उसे ग्वालियर के तांत्रिक के बारे में बताया कि वह नवमी-दशहरा की मध्य रात्रि पूजा कर जिन्न को प्रकट करता है। जिन्न इन नोटों को वर्तमान में चल रहे नोटों में तब्दील कर देता है। परिचित के कहने पर वह नोटों को लेकर ग्वालियर के पास जंगल में जा रहा था। यहां तांत्रिक रात में जिन्न का आह्वान करने वाला था। इसके अलावा बलि के लिए मुर्गा और पूजा का अन्य सामान भी मंगवाया था। ग्वालियर से मैं इन चीजों को भी खरीदने वाला था।
तांत्रिका की तलाश
एसएसपी राजेश चंदेल ने मीडिया को बताया कि पूछताछ के दौरान कुछ नाम सामने आए है। तांत्रिक के साथ ही सुल्तान और तांत्रिक के बीच मध्यस्थता करने वाले का नाम भी मिल गया है। दोनों की तलाश की जा रही है। सुल्तान की कहानी को वैरिफाई किया जा रहा है। निर्वाचन आयोग और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी जानकारी दी है।