झांसी। नशे ने दो घरों में दीपोत्सव की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है। एक घटना जिले के समथर थाना क्षेत्र में हुई जिसमें लगभग 45 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगा ली। दूसरी घटना बरुआसागर थानान्तर्गत ग्राम धमना खुर्द में हुई जिसमें लगभग 22 वर्षीय युवक ने मौत का वरण कर दीपों को बुझा दिया।

जिले के थाना समथर क्षेत्र के पुलिया गांव निवासी मजदूर लगभग 45 वर्षीय संतोष अहिरवार शराब पीने का आदी था। इस कारण शादी के एक वर्ष बाद उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई और फिर लौट कर नहीं आई। वह अपनी मां शांति देवी के साथ रहता था। शुक्रवार को वह सुबह से ही शराब पी रहा था। रात को घर आकर मां से शराब के लिए 100 रुपये मांगने लगा। मां के रुपये देने से मना करने पर वह गुस्सा गया और मां के साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। इस पर मां गांव में ही रहने वाली बेटी उर्मिला के घर चली गई और रात को वहीं सो गई। सुबह उर्मिला का पति घनश्याम घर पहुंचा तो संतोष कमरे में फंदे पर लटका हुआ था। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

इसी तरह जनपद के बरुआसागर थानान्तर्गत ग्राम धमना खुर्द निवासी लगभग 22 वर्षीय जय प्रकाश उर्फ छोटू अहिरवार की मई महीने में शादी हुई थी। पिता किशन बिहारी के अनुसार जय प्रकाश शराब पीने का आदी था। शराब पीने के बाद घर आकर वह उसके साथ मारपीट करता था। पत्नी और मां के साथ गाली गलौज करता था। दो दिन पहले भी वह शराब पीकर घर आया और पिता और पत्नी के साथ मारपीट की। इसके बाद कमरे जाकर फांसी लगा ली। फांसी पर लटकते देख परिजनों ने शोर मचाया। शोर सुनकर आस-पास के लोग वहां पहुंचे और इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और फांसी पर लटकते शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।