झांसी। कई दशकों से झांसी रेलवे एरिया में बने बंगलों के आउट हाउस में रहकर अधिकारियों के बंगलों पर काम करने वाले सैकड़ों परिवारों को बेदखल करने की कार्यवाही के खिलाफ जहां एनसीआरईएस ने आवाज बुलन्द कर दी है वहीं अब पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी शुक्रवार को पीड़ित परिवारों से मिले और उनका दुख साझा किया।

इस दौरान पीड़ित परिवारों ने बताया कि उन्हें एक सप्ताह में आउट हाउस खाली करने के नोटिस थमाए गये है। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के चलते हुये कई आउट हाउस गिरा दिये गये है। जिससे लोग बेघर हो गये है। लोगों ने बताया कि वह तीन पीढियों से यहां रह रहें है और अधिकारियों के बगलों पर काम करते है। उनके इसी पते से आधार व राशन कार्ड भी बने हैं। उन्होनें सरकारी योजनाओं के अन्तर्गत आवास दिलाए जाने हेतु कई बार आवेदन किये हैं परंतु उन्हें आवास नही मिले हैं। रेलवे द्वारा बहुत अल्प समय में आउट हाउस छोड़ने के नोटिस दिये है। जिससे उनके समक्ष गहर संकट उत्पन्न हो गया। इस सर्द मौसम में बच्चों के साथ वह कहां जाये।

पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि जहां एक और सरकार सभी को घर और काम देने का दावा कर रही है वहीं दूसरी और लोग बेघर व बेरोजगार किये जा रहे है। उन्होनें इस संबध में उच्चाधिकारियों से वार्ता कर समाधान का करने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलवान सिंह यादव, अनिल रिछारिया, अमीर चंद आर्य, मेवलाल व नारायण सिंह आदि मौजूद रहें।