– एक किशोरी नागपुर में युवक के साथ हो गई रफूचक्कर

झांसी। छत्तीसगढ़ में एक स्कूल के हास्टल वार्डन ने मोबाइल फोन चलाने पर फटकार लगाने पर तीन किशोरिया मौका देख हॉस्टल से रफूचक्कर हो गई। तीनों के ट्रेन से झांसी की तरफ आने की सूचना मिलते ही झांसी जीआरपी और आरपीएफ सक्रिय हो गई और  जैसे ही संबंधित ट्रेन आकर रुकी तो किशोरियों की खोजबीन की गई। दो किशोरियों जनरल कोच में बैठी पायी गई। जबकि एक किशोरी नागपुर में एक युवक के साथ उतरकर रफूचक्कर हो गई। इसकी सूचना जीआरपी झांसी ने छत्तीसगढ़ पुलिस को दे दी।

दरअसल छत्तीसगढ़ के जसपुर में सेंट जोसफ हायर सेकेंडरी स्कूल में हॉस्टल भी बना हुआ है। बताते हैं कि शुक्रवार को हॉस्टल का वार्डन चेकिंग कर रहा था, तभी एक स्थान पर तीन लड़कियों एक बैग लेकर बैठी हुई मोबाइल फोन देख रही थी। इस पर वार्डन ने उन्हें डांट दिया और चला गया। कुछ देर बाद जब उन लड़कियों को चेक करने वार्डन आया तो तीनों लड़कियों गायब थी। हॉस्टल से लड़कियों गायब होने से वहां हड़कंप मच गया। इसकी सूचना लड़कियों के परिजनों व स्थानीय पुलिस को दी गई। वहीं, छत्तीसगढ़ पुलिस ने जीआरपी झाँसी और आरपीएफ के हेल्प लाइन नंबर पर गायब हुई तीन लड़कियों के बारे में जानकारी दी।

सूचना दी गई कि यह लड़कियां छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार होकर दिल्ली की ओर आ रही है। इस सूचना पर वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी रेलवे स्टेशन की चाइल्ड लाइन टीम के प्रभारी बिलाल उलहक, श्वेता वर्मा, रेखा करौठिया, जीआरपी और आरपीएफ की टीम प्लेटफार्म पर पहुंची और दोनों किशोरियों को जनरल कोच से नीचे उतार लिया। इसके बाद जीआरपी थाना लाया गया। यहां कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान हॉस्टल से भागने की बात स्वीकार की है। किशोरियों ने बताया कि वह लोग मोबाइल फोन पर बातचीत कर रहे थे, तभी वार्डन ने उन्हें देख लिया और डॉट दिया था। तभी मौका देखकर तीनों किशोरियों ने हॉस्टल से भागने का प्लान बनाया था। तीनों भागकर रेलवे स्टेशन पर आए। यहां पर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस मिल गई और उसमें सवार हो गए थे।

उन्होंने बताया कि जब नागपुर रेलवे स्टेशन आया तो उनकी एक सहेली नागपुर में उतरकर एक युवक के साथ चली गई, जबकि दोनों लोग दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। जैसे ही झाँसी रेलवे स्टेशन आया तो यहां पर उन्होंने आरपीएफ और जीआरपी ने उतार लिया था। किशोरियों का कहना है कि वह लोग दिल्ली में जाकर एक होटल में काम करते। इसकी सूचना मिलते ही छत्तीसगढ़ पुलिस झांसी के लिए रवाना हो गई। हॉस्टल से भागी किशोरियां कक्षा दस, ग्यारह और बारह की छात्राएं थी। इनमें कक्षा 11 की छात्रा का पिता छत्तीसगढ़ पुलिस ने सिपाही के पद पर तैनात है।

पिता ने डॉटा तो बेटा ने छोड़ दिया घर

इसके अलावा आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध अवस्था में घूम रहे एक किशोर को पकड़ लिया। शपूछताछ पर उसने अपना नाम सूरज आलम निवासी सासाराम बिहार बताया। किशोर ने बताया कि वह कक्षा दसवीं का छात्र है। पढाई को लेकर आए दिन पिता उसकी पिटाई करते हैं। बीते रोज जब वह स्कूल नहीं गया तो पिता ने उसे डॉट दिया। इसके बाद वह घर छोड़कर भाग आया था। इसकी सूचना रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम लाइन ने उक्त किशोर को कब्जे में ले लिया। इसकी सूचना उसके परिजनों को दे दी है।