– सुपरवाइजर की लापरवाही का लगाया आरोप, अफसरों ने कार्यवाही का दिया आश्वासन 

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल में एक बार फिर लापरवाही के चलते डीजल लोको शेड में ड्यूटी के दौरान टेक्नीशियन थर्ड कर्मचारी की ओएचई की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से कर्मचारियों में आक्रोश भड़क गया और उन्होंने काम बंद कर शेड में हंगामा शुरु कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और आरपीएफ मौके पर पहुंची और किसी प्रकार आक्रोशित कर्मचारियों को शांत कराया। इस मामले में काम के दौरान ब्लाक नहीं लिए जाने में सुपरवाइजर की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

मूल रूप से राजस्थान व हाल निवासी प्रेम नगर कमलेश मीना झांसी रेलवे के डीजल लोको शेड़ में टेक्नीशियन थर्ड के पद पर काम करता था। हमेशा की तरह मंगलवार को वह ड्यूटी पर गया था। ड्यूटी के दौरान जब वह रेलवे इंजन पर चढ़कर काम कर रहा था। इस दौरान उसने लोहे के पाना को उठाया और वह ऊपर से निकली ओएचई लाइन ने अपनी ओर खींच लिया। जिससे वह उसकी चपेट में आ कर इंजन से नीचे गिर गया गया। यह देख वहां मौजूद कर्मचारी आनन-फानन में उसे उपचार के लिए रेलवे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना की जानकारी लगते ही कर्मचारी आक्रोशित हो गए और उन्होंने हंगामा शुरु करते हुए रेलवे अधिकारियों पर लापरवाही से उनसे काम कराने का आरोप लगाया। वह शव को स्ट्रेचर पर लेकर रेलवे अस्पताल से डीजल लोको शेड पहुंच गए। जहां वह शव को कंधे पर रखकर अंदर ले गए और प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। सूचना मिलते ही आरपीएफ और प्रेमनगर व नवाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शमामले की जानकारी कर आक्रोशित कर्मचारियों को शांत कराने का प्रयास किया।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक रेल अफसर वार्ता नहीं करेंगे तब तक प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। काफी देर तक चले हंगामा के बाद मंडल रेल प्रबंधक व एडीआरएम, सीनियर डीपीओ, सीनियर डीएसटी आदि अफसर शेड में पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। उन्होंने आरोप लगाया कि जब ओएचई के नीचे कर्मी काम कर रहा था तो सुपरवाइजर द्वारा लाइन का करंट क्यों बंद नहीं किया गया।

अधिकारियों ने मामले की जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके बाद कर्मचारियों का आक्रोश शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। गौरतलब है कि इसके कुछ दिन पूर्व भी एक कर्मचारी ओएचई की चपेट में आकर करंट का शिकार हो चुका है।