झांसी। जिले के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में इस्लाम गंज में एक किशोरी ने सूने घर में फांसी लगा ली। फांसी पर शव को लटका देख माता-पिता और बहन के होश उड़ गए। मृतका ने यह कदम क्यों उठाया यह स्पष्ट नहीं हो सका, किंतु उसके डिप्रेशन में होने की चर्चा है। मृतका तीन बहनों से सबसे छोटी थी और पढ़ने में भी होशियार थी।

प्रेमनगर थाना क्षेत्र में पोस्ट आफिस के पास इस्लाम गंज निवासी राजमिस्त्री रामगोपाल की 20 वर्षीय पुत्री उमा शाक्या सहित तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी मीनाक्षी डबरा में रहकर एक स्कूल में पढ़ती है और दूसरी बेटी लक्ष्मी झांसी में मिशन कम्पाउंड में स्थित रति हॉस्पिटल में काम करती है। तीसरी बेटी उमा पढ़ने काफी होशियार थी उसने आईटीआई और ग्रेजुएशन किया है। वह नौकरी करना चाहती थी, लेकिन उसके मन मुताबिक नौकरी नहीं मिल रही थी। बीच वाली बेटी ने उमा को अपने साथ काम करने के लिए कहा था लेकिन वह वहां काम करने के लिए तैयार नहीं हुई। उस पर नौकरी करने का कोई दवाब नहीं था इसके बाद भी वह परेशान रहती थी।

रोज की तरह आज सुबह रामगोपाल अपने काम पर चले गए और बीच वाली बेटी लक्ष्मी अपने काम पर अस्पताल निकल गई जबकि मां मंदिर गई हुई थी। उमा घर में अकेली थी। मां जब लौटकर घर आई तो देखा उमा फांसी के फंदे पर लटक रही है। यह देख उसके होश उड़ गए। सूचना मिलने पर परिजन व पुलिस मौके पर पहुंच गयी।

पुलिस ने शव को उतार कर कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका ने फांसी क्यों लगाई इसकी जानकारी परिजन स्पष्ट नहीं कर सके, किंतु उसके डिप्रेशन में होने की चर्चा है। इस घटना क्रम से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।