पैसेंजर ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों को मिली बड़ी राहत

झांसी । रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को तीन वर्ष बाद गुपचुप किराया में राहत दे कर चौंका दिया है। कोरोना काल के समय से पैसेंजर ट्रेनों में बढ़ाया गया किराया जो करोना समाप्त होने के बावजूद अभी तक वसूला जा रहा था उसे 21/22 फरवरी की आधी रात के बाद से कम कर गया है। रेलवे के यूटीएस सिस्टम और मोबाइल ऐप पर नया किराया अपडेट कर दिया गया है। हालांकि इसका कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है। पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों से अब पुराने स्लैब का किराया लिया जाने से राहत है।

गौरतलब है कि अभी तक पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस ट्रेन का किराया लिया जा रहा था, लेकिन अब कोरोना काल से पहले वाला किराया लागू कर दिया गया है। अभी तक यात्रियों को पैसेंजर ट्रेन की तुलना में दो से तीन गुना किराया देना पड़ रहा था। झांसी से ग्वालियर, आगरा और इटावा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस ट्रेन के तौर पर चलाया जा रहा था। किराया अधिक होने के कारण इन ट्रेनों में यात्री कम सफर कर रहे थे। अब रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए पैसेंजर ट्रेनों में न्यूनतम किराया 35 रुपये की जगह 10 रुपये कर दिया है, इसे लागू भी कर दिया गया। इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है।

कोरोना काल में हुई थी वृद्धि
कोरोना काल के समय पैसेंजर ट्रेन के किराए में वृद्धि कर दी गई थी। ये किराया अब तक जारी था जिसमें रेलवे की ओर से अब बड़ी राहत दी गई है। पैसेंजर ट्रेन में अब तक एक्सप्रेस ट्रेन जितना किराया वसूला जा रहा था लेकिन एक बार फिर पहले वाले रेट तय कर दिए गए हैं। इस फैसले के बाद पहले की तुलना में दो से तीन गुना किराया दे रहे यात्रियों को राहत मिली है।

इतना हुआ न्यूनतम किराया
बता दें कि झांसी, ग्वालियर, इटावा और आगरा के बीच जो पैसेंजर ट्रेन मिलती हैं। वो कल तक एक्सप्रेस की तरह संचालित की जा रही थी। इनका किराया भी एक्सप्रेस की तरह ही वसूला जा रहा था। लेकिन अब यात्रियों को बड़ी राहत मिली है और 35 रुपए की जगह न्यूनतम किराया 10 रुपए हो गया है। किराया कम होने की वजह से जिन ट्रेन में यात्रियों की संख्या कम हो गई थी अब वो एक बार फिर बढ़ जाएगी। वहीं यात्री आराम से कम किराए में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकेंगे। समझा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आए तो किराया कम किया गया है।