झांसी (बुन्देलखण्ड)। गरौठा थाना के प्रभारी निरीक्षक द्वारा पत्रकारों से दुव्र्यवहार प्रकरण में जिला मुख्यालय पर पत्रकारों द्वारा शुरू किया गया धरना-प्रदर्शन आखिरकार आधीरात को अपर पुलिस अधीक्षक देहात के आश्वासन पर स्थिगित कर दिया गया।
दरअसल, पत्रकारों से दुव्र्यवहार प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आश्वासन के पांच दिन बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर पत्रकार आक्रोशित हो गए थे। पत्रकारों द्वारा आरोपी प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर गरौठा व मउरानीपुर में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया गया था। उनके समर्थन में झांसी जिला मुख्यालय पर इलाइट चौराहा पर झांसी मीडिया क्लब के तत्वावधान में पत्रकार धरने पर बैठ गए। पत्रकारों के तेज होते आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन बैकफुट पर आ गया। पुलिस अधिकारियों द्वारा पत्रकारों को समझाने की कवायद शुरू कर दी गयी। इसी क्रम में देर रात अपर पुलिस अधीक्षक देहात राहुल मिठास धरना स्थल पर पहुंच और आंदोलनकारी पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान झांसी मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने पत्रकारों की मांगों को बता कर दोषी निरीक्षक के खिलाफ कार्यवाही करने व पत्रकारों का सम्मान बरकरार रखने की मांग दोहरायी। इस पर अपर पुलिस अधीक्षक देहात ने आश्वस्त किया कि बुधवार को 12 बजे उनके कार्यालय में गरौठा के पीडि़त पत्रकार व थाना प्रभारी को बुला कर वार्ता कराई जाएगी। इस दौरान पुलिस और पत्रकारों के बीच आपसी सामंजस्य बनाया जाएगा ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थिति की पुनर्रावृत्ति न हो सके। अपर पुलिस अधीक्षक के इस आश्वासन पर अध्यक्ष मुकेश वर्मा के निर्देशन में सुलतान आब्दी ने अपने समस्त पत्रकार साथियों के साथ चल रहे धरना प्रदर्शन को आधी रात में स्थिगित कर दिया। इस मौके पर रवि साहू, अरुण वर्मा, राहुल उपाध्याय, आयुष साहू, पंकज भारती आदि पत्रकार मौजूद रहे। इसके बाद सुलतान आब्दी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से फ ोन पर वार्ता की गई। एसएसपी ने आश्वस्त किया किमीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा व उनके पत्रकार साथियों की बात को प्राथमिकता से लिया जाएगा और पत्रकारों के सम्मान के लिए हमेशा जनपद पुलिस प्रशासन पत्रकारों के साथ है और पत्रकारों की बात को सर्वप्रथम वरीयता के आधार पर लिया जाएगा।