दोनों पक्षों की सहमति से झांसी में कराया अंतिम संस्कार

झांसी। जिले में इलाज के दौरान जली हुई महिला की मौत हो गई और पोस्टमार्टम के बाद शव को अपने साथ ले जाने के लिए महिला के ससुराल और मायके पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। घंटों चली खींचतान के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को राजी कर महिला का अंतिम संस्कार झांसी में कराया।

जालौन के थाना डकोर के ग्राम गोरान निवासी राजनारायण द्विवेदी ने बताया कि लगभग 28 वर्ष पहले उसकी बहन रानी देवी का विवाह मुसमरिया निवासी उदय द्विवेदी के साथ हुआ था। शादी के कुछ समय बाद से ही बहन का पति और ससुराल वाले दहेज की मांग करने लगे। कुछ वर्ष में बहन की तीन बेटियां हो गईं। इसके बाद बहन को बेटा न होने पर ससुराल वाले उसके साथ मारपीट करने लगे। अब उसकी बहन को ससुराल में आग लगाकर मारने की कोशिश की जिसकी बुधवार को इलाज के दौरान झांसी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई।

महिला के भाई ने बहन के पति सहित उसके परिवार के 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इधर, मृतका की बेटियों का कहना है उनकी मां का दिमागी संतुलन काफी समय से खराब चल रहा था. मां ने अचानक घर में अपने आपको आग लगा ली। घटना के वक्त पिता घर के बाहर थे। बेटियों का कहना है कि उनके पिता पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।

इस मामले को लेकर मेडिकल चौकी प्रभारी सुनील कुमार का कहना है कि मृतिका के परिजनों ने 15 मार्च को जालौन में मृतिका के पति सहित 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव को पति अपने साथ ले जाने लगे तभी मायके पक्ष के लोग शव को अपने साथ ले जाने के लिए अड़ गए। इस पर लगभग 4 घंटे तक दोनों ही पक्षों के बीच तना तनी चलती रही फिर दोनों ही पक्षों को समझाकर झांसी में ही अंतिम संस्कार कराया गया।