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झांसी। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर गुरुवार को झांसी मीडिया क्लब के तत्वावधान में गणेश शंकर विद्यार्थी पार्क में जुटे पत्रकारों ने “तोप न तलवार कलम से लिखेंगे इंकलाब” के उद्घोष किया और पत्रकारिता की चुनौतियों पर चर्चा की।

प्रारंभ में झांसी मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा के नेतृत्व में पत्रकारों ने पार्क में पत्रकार जगत के पुरोधा अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान हुई गोष्ठी में पत्रकारों ने इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित किया। वरिष्ठ पत्रकार रामकुमार साहू ने कहा की भारत में सभी पत्रकारों के लिए यह दिन बहुत अहम है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान आमजन के अंदर जागरूकता पैदा करने के लिए हिंदी अखबारों ने अहम भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोगों के बीच संवाद का सबसे प्रमुख विकल्प हिंदी अखबार ही थे। उन्होंने लेखन की त्रुटियों व गिरते स्तर पर चिंता जताई। वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने कहा की समाज में बेहतर बदलाव लाने के लिए पत्रकारिता शसक्त हथियार है। हर वर्ष 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है।

झांसी मीडिया क्लब अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने बताया कि हिंदी पत्रकारिता दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन भारत का पहला हिंदी अखबार प्रकाशित हुआ था। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता को काफी बड़ी बड़ी चुनौती से गुजरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों को पैदा करने वालों को न तोप न तलवार केवल कलम से ही इंकलाब लिखकर बताएंगे। इस दौरान संजीव गोस्वामी, रवि साहू, प्रवीण भार्गव, राशिद, वासु, अरविंद भार्गव, राहुल उपाध्याय, उदय नारायण, आर के सेन, नईम खान, रहीश खान आदि पत्रकार उपस्थित रहे।