झांसी।  30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर यूपी जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में वर्तमान परिदृश्य में पत्रकारिता जगत के समक्ष विभिन्न तरह की चुनौतियों पर मंथन व चिंतन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की देवी मां सरस्वती, आद्य पत्रकार महर्षि नारद और पत्रकारिता के पुरोधा गणेश शंकर विद्यार्थी के चित्रों पर माल्यार्पण कर किया गया। अध्यक्षता करते हुए उपजा की जिलाध्यक्ष सोनिया पाण्डे ने सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर पत्रकारों की कमजोर होती कलम पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरी मानवता के अस्तित्व पर ही प्रश्नचिंह लगाने वाले ग्लोबल वार्मिंग , पर्यावरण संरक्षण और समाज में विभिन्न प्रकार के अपराधों पर पुरजोर और निरंतरता से उठा पाने में मीडिया कहीं न कही पिछड़ रहा है। वर्तमान परिवेश में पत्रकारों के उत्पीड़न की बढती घटनाएं भी चिंता का विषय हैं।

उपजा प्रदेश मंत्री महेश पटैरिया ने आद्य पत्रकार महर्षि नारद की तरह पत्रकारों से बेबाकी से जनता का पक्ष सामने लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महर्षि नारद जी वाकपटुता के साथ भूलोक, दैत्यलोक और देवलोक में सूचना पहुंचाते थे उसी तरह से हमें भी अपने कर्तव्यों का निवर्हन पूरी निभीर्कता के साथ करना चाहिए।

संगठन के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार रामसेवक अरजडिया ने कहा कि इस दौर में प्रिंट मीडिया पर इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल मीडिया जिस प्रकार से हावी होता दिखाई पड़ रहा है वह भी वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता के समक्ष एक बड़ा पहाड़ है, हालांकि प्रिंट मीडिया का विश्वास आज भी जनता के बीच बना हुआ है। ऐसे में सामाजिक महत्व के मुद्दों को अपनी लेखनी माध्यम से गहनता से उठाने की प्रिंट मीडिया पर बड़ी जिम्मेदारी है।

इस मौके पर संयुक्त मीडिया क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनरेश यादव ने कहा कि बेशक आज डिजिटल मीडिया प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक के समक्ष तेजी भरा दिखाई पड़ रहा है परंतु इससे परहेज संभव नहीं है। जब पत्रकारों के नियोक्ताओं ने उन्हें प्रताड़ित किया है तो डिजिटल मीडिया के माध्यम से उन्होंने जनता के समक्ष अपनी बात को रखकर अपने पत्रकारिता धर्म बखूबी निवर्हन किया है । राष्ट्रीय महासचिव दीपक चंदेल ने कहा कि पत्रकारिता के समक्ष आज बड़ी चुनौती योग्यता की है, पत्रकारिता के क्षेत्र में अयोग्य लोगों की भरमार होती जा है जिससे योग्य पत्रकार पीछे हो गये हैं। उन्होंने कहा कि यह समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब योग्य लोग इस चलन का विरोध नहीं कर रहे हैं जिससे उनका ही क्षेत्र सवालों के घेरे में आता जा रहा है। उन्होंने पत्रकारिता जगत में अयोग्य लोगों के प्रवेश पर प्रभावी नियंत्रण की जरूरत को रेखांकित किया।

संगोष्ठी के पश्चात पत्रकार जगत को हुई बड़ी क्षति वाराणसी के दैनिक जागरण के निदेशक वीरेंद्र कुमार और दैनिक विश्व परिवार के प्रधान संपादक प्रवीण जैन के निधन पर शोक श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अंत में उपजा महामंत्री दीपक जौहरी ने आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में उपजा कोषाध्यक्ष प्रभात सक्सैना, संगठन मंत्री राजेश चौरसिया, बृजेंद्र चतुर्वेदी, वैभव सिंह, संगीता राजभर, विवेक राजपूत, सुंदर सिंह, राज गौतम, जयंत परेता ओैर इमरान खान आदि पत्रकार उपस्थित रहे।