– 2019 में केन्द्र में और 2022 में यूपी में सरकार बनाने का किया दावा
झांसी। अभा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्षी दलों को एक सोच व विचारधारा का बताया और केन्द्र बैठी भाजपा सरकार को जनविरोधी निरूपित करते हुए किसानों, सहष्णिुता, नौजवानों को रोजगार के मुददे पर इस सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत बतायी। उन्होंने तर्क दिया कि यह किसी दल को स्थापित करने के लिए नहीं, अपितु देश को बचाने का प्रयास है।
रविवार को शताब्दी एक्सप्रेस से झांसी पहुंचे और कुछ देर तक सर्किट हाउस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो गए। इस दौरान ‘योतिरादित्य ने मीडिया से बात करने से परहेज किया, हालांकि बाद में ज्योतिरादित्य ने चर्चा की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने निर्णय किया है कि 2019 में हम पूरी मजबूती से लडऩे से जा रहे हंै। पार्टी का मिशन है 2019 में लोखनमुखी सरकार केन्द्र में और 2022 में यूपी में लोखनमुखी सरकार स्थापित करना है। ज्योतिरादित्य ने कहा कि जब पुलवामा हमले की दुखद घटना घटी स्वयं पीएम को उत्तर देना होगा कि घटना के वक्त पीएम जिम कार्बेट पार्क में क्या फिल्ंिमग कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि देश में आंतरिक सुरक्षा की स्थिति इससे पहले इतनी गंभीर कभी नहीं हुई है। वर्तमान सरकार वीर सिपाहियों को वह हथियार उपलब्ध नहीं करा पा रही है जो सैनिकों के पास होने चाहिए। ‘योतिरादित्य ने जनरल फिलिप कम्पोज की रिपोर्ट की बात भी कही, जिसमें सैनिकों के पास संसाधनों में कई खामियां दर्शायी गई है। उन्होंने कहा कि उन पर दुरूस्त कार्यवाहीं नहीं हुई, देश की खारित अपना सब कुछ न्यौछावर करने वालों को साधन उत्पन्न न करा पाए, ऐसी सरकार का क्या फायदा। इस दौरान सर्किट हाउस में कांग्रेसियों ने शक्ति प्रदर्शन भी किया क्योंकि अब टिकट की दावेदारी जो पेश होनी है। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन, चन्द्रशेखर तिवारी, राहुल राय, सुलेमान अहमद मंसूरी, जुबेर खान, डॉक्टर सुनील तिवारी, अफजाल हुसैन, आमिर चंद, इम्तियाज हुसैन आदि के अलावा मध्य प्रदेश के नेता भी उपस्थित रहे।
सिन्धिया गद्दार, वापस जाओ-वापस जाओ के नारे
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योति राजे सिंधिया का मीडिया व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ उपेक्षात्मक व्यवहार चर्चाओं में रहा। स्टेशन से सीधे सर्किट हाउस पहुंचे सिंधिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ना मिल कर रूम में जाना पसंद किया वहीं कार्यकर्ता और मीडिया कर्मी घंटों उनका इंतजार करते रहे। वह काफी देर के बाद निकले और मीडिया से दो शब्द बोल कर चलते बने। वैसे तो पहले ऐसा लग रहा है जैसे सिंधिया मीडिया का सामना करने से कतरा रहे हैं जिसको लेकर मीडिया कर्मी बी आक्रोशित नजर आए क्योंकि जिस तरह का व्यवहार सिंधिया ने दिखाया वह शर्मनाक है क्योंकि कांग्रेस के कार्यकर्ता भी काफी देर इंतजार करने के बाद एक दूसरे से कानाफूसी करते रहे और आक्रोशित नजर आए। सिंधिया के विरोध में इलाइट चौराहे पर उद्घोष नामक संस्था ने सिंधिया वापस जाओ, सिंधिया गद्दार है जैसे नारे लगाकर प्रदर्शन किया। संस्था के लोग रानी लक्ष्मीबाई अमर रहे नारे लगाते हुए जम कर सिंधिया के विरुद्ध आक्रोश प्रकट करते रहे। हालात देख कर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में सिंधिया के व्यवहार चर्चाओं में रहा।
बुन्देलखण्ड राज्य को घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा का प्रतिनिधि मण्डल अभा कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं सांसद महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया से मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में मिला और बुन्देल खण्ड राज्य निर्माण को कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल किये जाने की मांग की। भानु ने बताया कि सिंधिया ने प्रतिनिधि मण्डल को आशवासन दिया की वह समझते हैं कि बिना बुन्देलखण्ड रा’य निर्माण हुये बिना यहां का विकास सम्भव नही हो पा रहा है। वे प्रयास करेगें कि कांग्रेस के घोषण पत्र में बुन्देलखण्ड रा’य निर्माण का वादा किया जाये। इस दौरान मोर्चा महामंत्री अशोक सक्सेना, प्रवक्ता रघुराज शर्मा, हमीदा अंजूम, गिरजा शंकर राय, यूथूप शराफ , पंकज नौटा, ललित पराशर, देवी सिंह कुशवाहा, विजित कपूर, चन्दा भाई, मो0 शफ ीक, शंकर रायकवार, प्रदीप झा आदि उपस्थित रहे।