– मां की मौत के बाद पिता ने फांसी लगाकर दी जान
झांसी। जिले में शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चंदार में 48 बर्षीय संतोष राजपूत का शव शुक्रवार सुबह फांसी के फंदे पर लटका मिला। उसने विगत रात दीवार की खूंटी पर फंदा डालकर फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक की पत्नी की मौत करीब 10 साल पहले हो गई थी, उसकी 17 बर्षीय बेटी के सिर से मां-बाप का साया उठ गया।
शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चंदार निवासी 48 बर्षीय संतोष पुत्र भगवान दास राजपूत अपने घर में अकेला रहता था। गुरुवार को वह रात करीब 11:00 बजे सोने चला गया था। शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे संतोष की पड़ोसी शांति देवी ने दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से संतोष का कोई जवाब नहीं आया। काफी देर तक आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी एकत्रित हो गए। दरवाजे तोड़ने की कोशिश की लेकिन जब नहीं टूटा तो बगल की छत से घर में शांति देवी ने देखा कि दीवार में लगी करीब 6 फीट ऊपर खूंटी से फांसी के फंदे पर संतोष लटका हुआ था। यह देखते ही महिला के होश उड़ गए। उसने तत्काल आसपास के लोगों को सूचना दी, वह पड़ोसी की छत से उतरकर संतोष के घर में दाखिल हुए और अंदर जाकर दरवाजे खोले। तत्पश्चात लोग घर के अंदर पहुंचे।
सूचना मिलने पर शाहजहांपुर थानाध्यक्ष सुदीप मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे और शव को फंदे से नीचे उतारा गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए झांसी भेज दिया।
बताया गया है कि मृतक की पत्नी की मौत करीब 10 बर्ष पहले बीमारी के चलते हो गई थी। उसकी दो बेटियां हैं, जिनमें से एक बेटी की शादी ग्राम बिठरी में हुई। दूसरी बेटी रितु राजपूत की उम्र 17 वर्ष है, जो कक्षा 12वीं में भांडेर के कन्या विद्यालय में पढ़ती है। बुधवार के दिन रितू उसके मामा के घर मध्य प्रदेश भांडेर क्षेत्र के ग्राम बागपुरा में गई हुई थी। संतोष घर पर अकेला था। उसके पास करीब छ: बीघा जमीन है। वह स्वयं अपने और अपनी बेटी के लिए खाना पकाया करता था। फिलहाल ऋतु के सिर से मां-बाप का साया उठ गया है, अब वह अपने रिश्तेदारों के सहारे है।













