फोन पर भाई से बात कर युवक ने बेतवा में लगाई छलांग
झांसी। किस्त न चुका पाने से परेशान युवक ने 22 अगस्त को बेतवा नदी में कूदकर जान दे दी। उफनाई बेतवा से 48 घंटे बाद उसका शव करीब सात किलोमीटर दूर से बरामद हुआ। नदी में जान देने से पहले उसने भाई से फोन करके सुसाइड करने की वजह बताई थी।
मप्र के जिला निवाड़ी के सेंधरी के देवरी कलरऊ निवासी अजय (32) पुत्र अमानलाल वंशकार ने काम करने के लिए कर्ज लिया था, किंतु रोजगार में घाटा होने से वह कर्ज की किश्त नहीं चुका पा रहा था। परिजनों ने बताया कि 22 अगस्त की शाम को अजय घर से निकलकर बेतवा नदी पर बने नए नोटघाट पुल पहुंचा। यहां से रात करीब साढ़े नौ बजे अजय ने बेतवा में छलांग लगा दी।
अजय ने बेतवा में छलांग लगाने से पहले रात करीब सवा नौ बजे अपने भाई मनीष को फोन किया था। मनीष ने बताया कि उसने कहा, आखिरी सलाम करने को फोन किया है। कर्ज की किस्त नहीं चुका पा रहा हूं। दूसरा कोई रास्ता नहीं है। इस वजह से अब जान दे रहा हूं। जानकारी मिलने पर परिजन नोट घाट पुल पर पहुंचे। यहां उसकी साइकिल और कपड़े मिले। पुलिस उसे तब से तलाशने में जुटी थी। रविवार को नए नोटघाट पुल से करीब सात किलोमीटर दूर उसकी लाश बड़ागांव के पास नदी में उतराती मिली। पुलिस ने उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ। पत्नी राधा समेत तीन छोटे-छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।