झांसी। जिले के चिरगांव थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक परिवार में दर्दनाक हादसा हो गया। संतरी डेरा रोड पर स्थित एक खेत की बोरिंग के गड्ढे से मोटर निकालने के लिए उतरे पिता-पुत्र जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गए। उन्हें निकालने के लिए उतरा नाती भी बेहोश हो गया। ग्रामीणों ने तीनों को बाहर निकाला, तब तक नाती की मौत हो चुकी थी। पिता-पुत्र को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया है।
चिरगांव के परशुराम (62) का संतरी डेरा रोड पर खेत है। उनके खेत में लगे बोरवेल की मोटर खराब हो गई थी। गुरुवार को सुबह 9 बजे वह अपने बेटे मनोज (38) के साथ बोरवेल के गड्ढे में मोटर निकालने के लिए उतरे। अंदर जहरीली गैस के कारण दोनों बेहोश हो गए। इसकी जानकारी मिलते ही परशुराम का नाती अंकुश (19) उन्हें निकालने के लिए गड्ढे में उतरा। तब तक वहां अन्य परिजन भी आ गए थे। दोनों को निकालने गड्ढे में उतरा अंकुश भी जहरीली गैस के प्रभाव से नहीं बच पाया और वह भी बेहोश हो गया। यह देख कर परिजनों में चीख पुकार मच गई। शोर सुन आसपास से ग्रामीण आए और उन्होंने काफी प्रयास से तीनों को बाहर निकाला। तब तक अंकुश की मौत हो चुकी थी। इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। ग्रामीणों और परिजन के सहयोग से पुलिस ने दोनों पिता-पुत्र को इलाज के लिए झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। यहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।