– सौर उर्जा क्षेत्र में भी मंडल का महत्वपूर्ण योगदान

झांसी। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के दिशा – निर्देशन में झाँसी मंडल आधारभूत संरचना के विस्तार, गैर विद्युतीकृत खंडों का विद्युतिकरण और प्रोद्योगिकी के विस्तार के साथ यात्री सुविधाओं और समय पालनता में वृद्धि के लिए सतत प्रयासरत है। इसी कड़ी में विद्युतीकरण और सौर उर्जा का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। झांसी रेल मंडल द्वारा इस क्षेत्र में किये गए प्रमुख कार्य है :-
चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों के दौरान जिन प्रमुख मार्गों का विद्युतीकरण किया गया है वे हैं:
• बिरलानगर-उदी मोड़ (101 किमी)
• महोबा-खजुराहो (64 किमी)
इसके अलावा भीमसेन-झांसी दोहरीकरण परियोजना के सेक्शन चौराह-मलासा (19 किमी) नंदखास-परौना (32 किमी) और बबीना-झांसी (24 किमी) के बीच तीसरी लाइन पर विद्युतीकरण के साथ परिचालन प्रारंभ हुआ।
वृहद स्तर पर विद्युतीकरण के परिणामस्वरूप, इलेक्ट्रिक इंजन से डीजल इंजन में कर्षण परिवर्तन की आवश्यकता अब इन स्थानों पर समाप्त हो गई है जिससे परिचालन को निर्बाध बनाया जा सका है और गतिशीलता व समय पालन में सुधार हुआ है।
इसी क्रम में शेष मार्गों खजुराहो-उदयपुरा का विद्युतीकरण वर्तमान वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
झांसी पर्यावरण संरक्षण की ओर तेजी से कदम बड़ा रहा है। इसी दिशा में सौर ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि की जा रही है। यह उर्जा एक हरित स्रोत होने के साथ ही इससे राजस्व में भी पर्याप्त बचत हुई है।
झांसी मंडल के ग्वालियर, मुरैना सहित अन्य सभी प्रमुख स्टेशनों पर सौर ऊर्जा के पैनल स्थापित किये गए हैं जिनसे वर्तमान वित्तीय वर्ष में अप्रैल – दिसंबर के मध्य 994028 किलोवाट सौर ऊर्जा का उत्सर्जन हुआ जिससे 29,94,253 रुपए के राजस्व की बचत हुई है जबकि इसी दौरान पिछले वित्तीय वर्ष मेंअप्रैल – दिसंबर -20 के दौरान 9,13,328 किलोवाट सौर ऊर्जा के उत्सर्जन से 26, 41, 878 रुपए के राजस्व की बचत हुई थी।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में झाँसी मंडल ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में सौर ऊर्जा के उत्पादन और राजस्व बचत में उल्लेखनीय वृध्दि दर्ज की है। स्टेशन भवन, कार्यशालाएं ट्रेनिंग, अस्पताल और मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय भवन आदि प्रमुख स्थानों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए गए हैं ।