– राष्ट्रीय सेवा योजना और पं. दीनदयाल शोधपीठ ने मनाया राष्ट्रीय युवा दिवस

झांसी। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी ने स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमापर माल्यार्पण एवं ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया। माल्यार्पण अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मुन्ना तिवारी ने विश्वविद्यालय में जहाँ स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा स्थापित है उस वाटिका का नाम स्वामी विवेकानन्द के नाम पर रखने का प्रस्ताव सभी की सहमति से कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय के सामने रखा जिसे कुलपति ने स्वीकार करते हुए आगे की कार्यवाही के लिए परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर को निर्देशित किया।

ऑनलाइन वेबीनार के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी क्षेत्र उत्तर प्रदेश के बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मिथिलेश नारायण ने कहा कि हमें अंग्रेजी के साथ अंग्रेजियत को नहीं सीखना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि जिस प्रकार से स्वामी विवेकानन्द अंग्रेजी विद्यालय में पढ़ते हुए भी भारतीय संस्कृति और सभ्यता को अपने अन्दर पोषित पल्लवित करते रहे और समय आने पर पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति, धर्म और सभ्यता से परिचित कराया वैसे ही हम लोगों को भी चाहिए कि हम अपनी संस्कृति, सभ्यता और धर्म को अपने अन्दर संजोए रहें और समय आने पर दुनिया के सामने उसे प्रस्तुत करें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कहा कि आज से लगभग 130 साल पहले स्वामी विवेकानन्द ने शिकागो की धर्म सभा में भारतीयता को प्रस्तुत करके यह बता दिया था था भारत में आज भी विश्व गुरु बनने की क्षमता है. उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री भारत के सर्वांगीण विकास के द्वारा भारत को विश्व गुरु बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट अथिति राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक कुमार श्रोती ने युवाओं के लक्षणों को बताते हुए कहा कि युवा देश की बहुत ही महत्वपूर्ण शक्ति होती है. जिस राष्ट्र के युवा अपने देश के विकास के लिए संकल्पशील होते हैं, उस राष्ट्र को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

राष्ट्रीय सेवा योजना बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मुन्ना तिवारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वामी जी विचार आज भी बहुत प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम समय तक जीवित रहने के वावजूद स्वामी जी विचारों के माध्यम से आज भी युवाओं को मार्गदर्शित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को स्वामी जी से प्ररेणा लेनी चाहिए और देश तथा समाज के विकास में अपना योगदान करें।

कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई आठ के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनुपम व्यास ने व आभार वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने व्यक्त किया। इस अवसर पर नोडल अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना जनपद झाँसी डॉ. उमेश कुमार, बृजेश कुमार लोधी, प्रशांत मिश्र, एवं अन्य कार्यक्रम अधिकारी और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।