बुन्देली लोक नृत्य प्रतियोगिता की प्रस्तुतियों ने मन मोहा
झांसी। ” बुन्देलखण्ड की धरती अत्यन्त प्राचीन है। पुराणों में भी बुन्देलखण्ड व बेतवा नदी का सन्दर्भ कई प्रसंगों में आया है। विद्वानों के अनुसार बुन्देलखण्ड की धरती 25 करोड वर्ष से भी प्रचीन है। सतयुग, त्रेता, द्वापर सभी युगों में भगवान राम कृष्ण व नृसिंह अवतार की साक्षी रही है बुन्देली धरा। हमें अपनी संस्कृति, इतिहास तथा पूर्वजों का ज्ञान होना चाहिये तभी हमें गर्व की अनुभाति होगी कि हमारी जन्म भूमि बुन्देलखण्ड है।” इंटैक झाँसी चैप्टर द्वारा आयोजित बुन्देली लोक नृत्य प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि के रूप में बालक-बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए राज्यमंत्री उ०प्र० सरकार हरगोविन्द कुशवाहा ने ये बात कही।
समारोह की विशिष्ट अतिथि सुनीता रवि शर्मा धर्मपत्नि विधायक सदर ने बुन्देली भाषा व संस्कृति के उत्थान के लिए सभी को मिलकर कार्य करने का आवाहन किया। उन्होंने बुन्देली भाषा में एक गीत भी प्रस्तुत किया। अध्यक्षता कर रहे प्रभात सक्सैना प्रबन्धक महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज ने कार्यक्रम प्रस्तुत कर रही तथा उनको प्रशिक्षित करने वाली अध्यापिकाओं को बधाई दी और बुन्देली भाषा का प्रयोग करने तथा उसका ज्ञान सभी विद्यार्थियों को देने के लिए शिक्षकों से अनुरोध किया।
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार महारानी लक्ष्मीबाई जूनियर हाई स्कूल, द्वितीय पुरस्कार महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज तथा तृतीय पुरस्कार आदर्श पब्लिक इंटर कॉलेज की बालिकाओं ने प्राप्त किया। अंत में इंटैक के संयोजक राजीव शर्मा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये। कार्यक्रम संचालन अरविन्द ओझा सह संयोजक इंटैक द्वारा किया गया।











