
झांसी। जिले के बड़ागांव सीएचसी में नसबंदी का ऑपरेशन कराने के बाद एक महिला की मौत के बाद भड़के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिया तो मामला शांत हो गया।
दरअसल, सुमन कुशवाहा पत्नी मनोज कुमार मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के बंजरया गांव की रहने वाली है और झांसी के शंकरगढ़ में उसका मायका है। सुमन के पिता भानसिंह कुशवाहा ने बताया कि 14 साल पहले बेटी सुमन की शादी हुई थी। 3 बेटियों के बाद एक साल पहले सुमन ने बेटे को जन्म दिया था। अब बेटी नसबंदी ऑपरेशन कराना चाहती थी। इसके लिए एक माह पहले आशा ने घर आकर बताया कि बड़ागांव सीएचसी में नसबंदी ऑपरेशन का कैंप लग रहा है। तब बेटी ने भी ऑपरेशन कराने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा दिया था। सोमवार को वह अपने पति मनोज के साथ मायके आ गई थी।
मंगलवार शाम करीब 5 बजे बड़ागांव सीएससी में कैंप के अंदर सुमन का नसबंदी ऑपरेशन हुआ। इसके बाद डॉक्टरों ने छुट्टी कर दी। कैम्प में 30 महिलाओं के ऑपरेशन हुए थे, सभी की छुट्टी कर दी गई थी। घर में रात लगभग 2 बजे अचानक सुमन की कमर में दर्द हुआ तो उसे बैठा लिया। थोड़ी देर बाद आराम मिल गया। तड़के करीब 4 बजे उसे फिर दर्द होने लगा। इस दौरान सुमन बोली कि रोटी खाना है। तब रोटी बनवाई, लेकिन वो खाना खा पाती, इससे पहले ही बेहोश हो गई।
हालत देख कर आनन फानन में उसे मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने सुमन को मृत घोषित कर दिया। पिता ने बताया कि बेटी सुमन हंसते खेलते हुए आई थी। ऑपरेशन की वजह से उसकी जान गई है। सुमन की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। मायके और ससुराल पक्ष के लोग गाड़ियों में भरकर बड़ागांव थाने पहुंच गए और कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव कर लिया। सूचना पर पुलिस अधिकारी आ गए और कार्रवाई का भरोसा दिया तब सभी शांत हुए। सुमन की मौत का कारण क्या है, इसका पता पोस्टमार्टम में चलेगा।