झांसी। शास्त्री विश्व भारती संस्कृति एवं साहित्य शोध संस्थान के तत्वावधान में सरस काव्य संगोष्ठी, शास्त्री भवन सीपरी बाजार, सभागार में सम्पन्न हुई। स्वामी विवेकानन्द जयंती एवं मकर संक्रांति, लोहड़ी को समर्पित संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ० प्रमोद कुमार अग्र‌वाल (साहित्यभूषण सेवानिवृत्त आई०ए०एस) द्वारा की गई। मुख्य अतिथि सुश्री नील मधु श्रीवास्तव [रेकी ब्राण्ड एम्बेसडर] एवं विशिष्ठ अतिथि डॉ० ए० के० हिंग्वासिया (कवि), डॉ० प्रताप नारायण दुबे (बुन्देली गौरव) श्रीमती रमा शुक्ला, डॉ० निहाल चन्द शिवहरे, डॉ जी०बी० आर्या, डॉ० सुखराम फौजी चतुर्वेदी’ रहे।

गोष्ठी का शुभारम्भ ब्रजलता मिश्रा द्वारा स्वरचित बुंदेली सरस्वती वन्दना से किया गया। तत्पश्चात कवियों एवं शायरों द्वारा मौलिक, नवरसप्रधान काव्य रचनाओं का क्रमशः रवि कुशवाहा (ललितपुर) धर्मेन्द्र कुमार ‘सारांश, अरुणा गुप्ता कै लाश नारायण मालवीय ,काशीराम सेन, मधुप, संजय तिवारी राष्ट्रवादी, आरिफ शहडोली माता प्रसाद, शाक्य अताउल्लाह खान हुनर, हरिशंकर वाल्मीकि शंकर’ सी०बी० राय तरुण डॉ० के०के० साहू निर्लिप्त), श्री शरद मिश्रा, डॉ० सुश्री नीतिशास्त्री सहित मुख्य अतिथि सभा अध्यक्ष, समस्त विशिष्ट अतिथियों ने काव्य पाठ किया।

इस अवसर पर श्री अबरार अली अब्दुल रसीद जीवन कुशवाहा, सुश्री सुपमा पण्डया, सुभाष चन्द्र, दीपक यादव आदि अनेक श्रोतागण भी उपस्थित रहे। डॉ० सुखराम चतुर्वेदी फौजी द्वारा संचालन किया। डॉ. सुभी नीति शास्त्री द्वारा सभी का स्वागत एवं अन्त में आभार व्यक्त किया गया। डॉ प्रमोद अग्रवाल (आई० ए. एस. ) द्वारा रचित “मीर जाकर उपन्यास पर उनका शाल श्रीफल देकर संस्थान की ओर से सम्मान किया गया।