पुलिस वालों के छुड़ाने पर भी नहीं माने, एक-दूसरे पर बरसाए लात घूंसे 

झांसी। लगता है पुलिस विभाग के अनुशासन पर ग्रहण लग गया है। कुछ दिन से सोशल मीडिया की सुर्खियों में चल रहा प्रतिसार निरीक्षक और इंस्पेक्टर मोहित यादव उत्पीड़न मारपीट का मामला शान्त भी नहीं हुआ कि झांसी एसएसपी कार्यालय परिसर में सोमवार दोपहर को सिपाही और दरोगा में जमकर हुई गाली गलौज सहित मारपीट सुर्खियों में आ गया है। इस घटना से वहां अफरातफरी मच गयी और आनन फानन में कार्यालय में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें अलग अलग किया। हालत यह हो गई कि क्षेत्राधिकारी महोदया को मीडिया को स्थिति साफ करने स्वयं मैदान में उतरना पड़ा, किंतु तब तक मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते हुए सुर्खियों में आ गया।

सोमवार को एसएसपी कार्यालय तैनात सिपाही अनुज कुमार कार्यालय में बैठ कर कार्य कर रहा था। इसी दौरान महोबा जीआरपी में तैनात दरोगा संदीप यादव वहां पहुंचा। किसी दस्तावेज को लेकर दोनों में पहले तो तू तू मैं मैं हुई और इसके बाद विवाद ऐसा बढ़ा कि दोनों कार्यालय के बाहर आ गए और एक दूसरे को गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे।

यह देख कर वहां मौजूद फरियादी सकते में आ गए और तमाशबीन बन गए। सिपाही व दरोगा ने एक दूसरे पर जमकर लात-घूसे बरसाए। इस बीच कुछ पुलिस कर्मियों ने दोनों को छुड़ाने की काफी कोशिश की लेकिन छुड़ाने के बाद बार-बार दोनों एक दूसरे को मारते नजर आए। हालांकि काफी प्रयास के बाद दोनों को अलग अलग किया जा सका, किंतु उनका गुस्सा हाई रहा। सूत्रों का कहना है कि सिपाही ने दरोगा पर गाली गलौज करने और दरोगा ने सिपाही पर जांच के नाम पर भ्रष्टाचार फैलाने का आरोप लगाया है।

सीओ यातायात ने कहा – अनुशासनहीनता पर होगी कार्रवाई 

यह मामला सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते ही क्षेत्राधिकारी यातायात मीडिया के समक्ष उपस्थित हुईं और उन्होंने बताया कि दरोगा संदीप यादव व आरक्षी अनुज कुमार झांसी पुलिस कालोनी में पड़ौसी हैं। दरोगा वर्तमान में महोबा जीआरपी में तैनात है और आरक्षी अनुज पुलिस कार्यालय में। दरोगा की पत्नी भी आरक्षी है और उसकी पोस्टिंग देहात क्षेत्र में है। दरोगा अपनी पत्नी की पोस्टिंग शहर क्षेत्र में कराने को प्रयासरत है। इसी बात को लेकर उनमें विवाद हुआ था।

उन्होंने बताया कि अनुशासन हीनता करने पर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई हेतु एसपी जीआरपी को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी और आरक्षी के खिलाफ दण्डात्मक विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इस तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।