Oplus_131072

गेट तोड़कर मौत के फंदे से उतारा तो थम चुकी थी सांसें

झांसी। जिले के चिरगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत नंदखास में लाखों के कर्ज़ के बोझ तले दबे 35 वर्षीय किसान बृजभान सिंह ने घर के कमरे में फांसी लगा ली। कुर्सी गिरने की आवाज सुनकर मां पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद देख कर शोर मचा दिया। दरवाजा तोड़ कर किसान को फंदे से उतारा, किंतु तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

बताया गया है कि मृतक पर करीब 13 लाख रुपए का केसीसी का कर्ज हो गया था। इसके अलावा गांव के लोगों के करीब 5 लाख रुपए देने थे। कुल 18 लाख रुपए का कर्ज होने के कारण बृजमोहन परेशान रहता था क्योंकि । रविवार को उसकी पत्नी रचना देवी खेत पर गई थी। मां किशोरी देवी बच्चों के साथ घर के बाहर थी। तभी बृजभान ऊपर वाले कमरे में गया और फांसी लगा ली। कमरे से कुर्सी गिरने की आवाज सुन मां पहुंची तो कमरा अंदर से बंद था। उसने बृजभान को बुलाया, किंतु जवाब नहीं मिलने पर किसी अनहोनी की आशंका से उसने शोर मचा दिया।

इस पर आसपास के लोग वहां पहुंचे और कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। कमरे में छत पर पंखे के कुंडे पर साड़ी की रस्सी के फंदे से बृजभान का शरीर झूल रहा था। फंदे से बृजभान को नीचे उतारा तो सांस चल रही थी। आनन-फानन में उसे चिरगांव अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों उनको मृत घोषित कर दिया। इससे घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

बताया गया है कि पिछले वर्ष ही उसके पिता लक्ष्मी नारायण की मौत हो गई थी। बृजभान अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी 11 साल की बेटी गौरी और 9 साल का बेटा गोलू हैं। दोनों चिरगांव में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।