अवर/प्रोन्नत अभियंताओं ने विद्युत सुधार गोष्ठि कर बेहतर उपभोक्ता सेवा और विद्युत व्यवस्था सुधार पर की चर्चा
झांसी । राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन शाखा झांसी द्वारा विद्युत सुधार गोष्ठी का आयोजन संगठन कार्यालय हाइडिल कॉलोनी झांसी में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित इं मोहम्मद सगीर मुख्य अभियंता वितरण झांसी, विशिष्ट अतिथि इं चंद्रजीत अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मंडल झांसी, इं आर के त्रिवेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष AIFODE , इं सुनील कुमार क्षेत्रीय अध्यक्ष झांसी द्वारा बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस दौरान जनपद झांसी के सभी अवर/प्रोन्नत अभियंताओं ने विद्युत व्यवस्था सुधार और बेहतर उपभोक्ता सेवा के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की ।
सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अभियंता वितरण झांसी इं मोहम्मद सगीर ने कहा कि विभाग की बेहतरी और विद्युत व्यवस्था सुधार हेतु की जाने वाली गोष्ठि एक सकारात्मक पहल है और समय समय पर आगे भी आयोजित की जानी चाहिए और इस आयोजन की सभी को शुभकामनाएं दीं।
इं चंद्रजीत अधीक्षण अभियंता ने कहा कि सभी को एकजुट होकर विद्युत व्यवस्था सुधार हेतु प्रयास करने होंगे, व्यवस्था सुधार के नाम पर निजीकरण कोई सकारात्मक विकल्प नहीं है। इं आर के त्रिवेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष (AIFODE ) ने कहा कि सभी अवर और प्रोन्नत अभियंता उपभोक्ताओं से बेहतर संवाद बनाकर उनकी समस्याओं को यथासंभव निस्तारण कराने को प्रयासरत रहें, पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल के निजीकरण होने के बाद उत्तर प्रदेश के गरीब, किसान भाइयों को महंगी दरों पर विद्युत आपूर्ति की जाएगी जिस प्रकार महाराष्ट्र उड़ीसा गुजरात अन्य प्रदेशों में जहां पर निजीकरण पूर्व में किया जा चुका है विद्युत महंगी दरों पर दी जा रही है और प्रदेश की लगभग 62 प्रतिशत गरीब उपभोक्ता लालटेन युग में चले जाएंगे, किसानों को नलकूप का मुफ्त मिलने वाला लाभ समाप्त कर दिया जाएगा ।
इं सुनील कुमार क्षेत्रीय अध्यक्ष झांसी ने कहा कि यही वो कार्मिक हैं जो कोविड जैसी महासंकट के समय दिन रात कार्य करके बिजली व्यवस्था बनाए हुए थे ताकि लॉक डाउन में अस्पतालों और उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति होती रहे। अवर अभियंता दिन रात लगातार कार्य करते हैं। संसाधन और मटेरियल की भारी कमी के बाद भी लगातार विद्युत आपूर्ति बनाए रखने का कार्य करते हैं। प्रबंधन को जमीनी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए संगठन के सुझावों पर ध्यान देना चाहिए जिससे बेहतर उपभोक्ता सेवा को चरितार्थ किया जा सके। सरकार चाहती है कि धीरे-धीरे आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए और इसी क्रम में सरकार सभी सरकारी संस्थाओं को धीरे-धीरे बेच रही है क्योंकि निजी कंपनियां कहीं भी आरक्षण का लाभ नहीं देती हैं तो जो भी सरकारी कंपनी बिकेगी जिसका निजीकरण किया जाएगा उसमें आरक्षण स्वतः समाप्त हो जाएगा। किसी प्रकार का लाभ किसी गरीब को नहीं मिलेगा, अमीरों की सत्ता अमीरों के हाथ में रहेगी और अमीर अधिक अमीर होता जाएगा। गरीब व्यक्ति और गरीब होता चला जाएगा जो व्यक्ति आज ₹3 यूनिट का भुगतान नहीं कर पा रहा है वह उड़ीसा और महाराष्ट्र की तर्ज पर 15 से 16 रुपए यूनिट का भुगतान कैसे करेगा यह भी एक यक्ष प्रश्न है।
इं ललतेश यादव प्रांतीय उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के तकनीकी आई टी आईं ,डिप्लोमा और इंजीनियरिंग युवाओं को बेरोजगार ही रहने की तैयारी निजीकरण के द्वारा की जा रही है। सभा की अध्यक्षता कर रहे इं रामकुमार जनपद अध्यक्ष झांसी ने कहा कि किसी भी प्रदेश में निजीकरण होने के बाद किसी प्रकार का कोई आमूल चूल परिवर्तन नहीं किया गया जो व्यवस्थाएं सरकारी कंपनियां चल रही थी वही व्यवस्थाएं अभी चल रही है उससे भी दर से बदतर हालत हो गए हैं। अंत में सभी अतिथियों एवं सुधार गोष्ठि में उपस्थित हुए अवर/प्रोन्नत अभियंताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आगे भी इस प्रकार के विद्युत व्यवस्था सुधार के कार्यक्रमों को संचालित करने का संकल्प लिया ।
सुधार गोष्ठि का संचालन इं राजकुमार क्षेत्रीय सचिव झांसी ने किया। गोष्ठी में सहायक अभियंता इं अक्षय कुमार , इं दिनेश मौर्य, इं श्रवण कुमार, इं राजेश, इं मनोज कुमार सोनी, इं शिव कुमार कुशवाहा अवर अभियंता इं मोहित कुमार, इं शैलेन्द्र, इं राजीव, इं विक्रम, इं विक्की वर्मा, इं रामनरेश, इं चंद्रभान, इं मनोज कुमार, इं चंद्रप्रकाश, इं सदगुरुशरण, इं नरेंद्र कुमार, इं रामकरण, इं संजीव, इं रोहित कुशवाहा अन्य सदस्य उपस्थित रहे।